नई दिल्ली:एथिक्स कमेटी की 481 पन्नों की रिपोर्ट में सब कुछ साफ हो जाता है. मामला दरअसल वहां फंसा जब कमेटी के चेयरमैन ने पूछा कि महुआ मोइत्रा दुबई में किस होटल में रुकीं और वहां का खर्चा किसने दिया. इस पर जोरदार हंगामा हुआ. कुंवर दानिश अली, महुआ मोइत्रा और उत्तम रेड्डी ने इस सवाल पर आपत्ति की.
महुआ ने अपने जवाब में जो कहा वो चौंकाने वाला है-You can not ask me who bought your bikini. Please put it on record. When you say Holidays, you can not ask me who bought your sanitary napkins. (आप मुझसे यह नहीं पूछ सकते कि आपकी बिकिनी किसने खरीदी. कृपया इसे रिकॉर्ड पर रखें. जब आप छुट्टियां कहते हैं, तो आप मुझसे यह नहीं पूछ सकते कि आपका सैनिटरी नैपकिन किसने खरीदा)
मामला तब नियंत्रण से बाहर हो गया जब कमेटी के अध्यक्ष ने ये भी पूछ लिया कि क्या महुआ मोइत्रा 2019 से अब तक की अपनी मोबाइल डीटेल निकलवा कर दे सकती हैं. महुआ ने इस पर विरोध करते हुए कमेटी के अध्यक्ष को 'बेशर्म' और 'बेहूदा' कह दिया. अध्यक्ष ने उन्हें इसके लिए चेताया लेकिन महुआ दूसरे सांसदों के साथ वॉकआउट कर गईं.
लेकिन एथिक्स कमेटी की मीटिंग में शुरू में नलगोंडा से कांग्रेस सांसद उत्तम कुमार रेड्डी ने वकील जय अनंत को घेरने की खूब कोशिश की. एक सवाल में उन्होंने जब कमेटी के अध्यक्ष से कहा कि जयंत के पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि महुआ मोइत्रा ने सवाल पूछने के बदले किसी उद्योगपति से कोई कैश या लाभ लिया है, तो जवाब में जयंत ने कहा कि उन्होंने सीबीआई को दी गई अपनी शिकायत में पैरा 6,7 और 8 में साफ लिखा है कि उन्होंने महुआ को बिजनेसमैन हीरानंदानी से बात करते हुए सुना है. चूंकि फोन का इयरपीस खराब था इसलिए सारी बातचीत स्पीकर पर होती थी, जिसे वो भी सुनते थे. जयंत ने कहा कि एक और सांसद को भी उन्होंने देखा था जो महुआ के साथ पूरी योजना बना रहे थे कि हीरानंदानी दुबई से हवाला के ज़रिये जो पैसा भेजेंगे, उसे कैसे ठिकाने लगाया जाए. सारा पैसा इसी सांसद ने अपने पास सुरक्षित रखा.
जयंत की इस बात पर नाराज़ होते हुए सांसद उत्तम कुमार ने कमेटी के चेयरमैन से कहा कि जयंत बहुत गंभीर आरोप लगा रहे हैं, वो भी एथिक्स कमेटी के सामने शपथ लेने के बाद. अगर इनके पास अपने आरोपों को साबित करने के लिए प्रमाण नहीं हैं तो हमें इनके खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए. उत्तम कुमार ने जयंत से पूछा कि जब मोहुआ ने आपके खिलाफ उनके घर में जबरन घुसने की रिपोर्ट लिखाई थी तब उन्होंने अपने व्यक्तिगत झगड़े के बारे में कुछ क्यों नही बताया था.
इस पर जयंत ने बताया कि दरअसल महुआ उन पर धौंस जमा कर उनसे उनके पेट डॉग हेनरी को वापस लेना चाहती थीं, जो उन दोनों का पालतू कुत्ता था. जब कुत्ता वापस लेने के लिए महुआ ने जयंत को डराना शुरू किया तब विवाद शुरू हुआ.
इस पर सांसद उत्तम रेड्डी अध्यक्ष से कहते हैं कि ये मामला दरअसल कुत्ते को लेकर है और जयंत ने महुआ के खिलाफ शिकायत दरअसल बदला लेने के लिए की है. इस पर सांसद कुंवर दानिश अली कहते हैं – 'चेयरमैन साहब, ये तो झगड़ा ही कुत्ते को लेकर है. ये पेट डॉग का झगड़ा है और इस पर एफआईआर दर्ज है. पेट डॉग का झगड़ा एथिक्स कमेटी में आ गया है. इस मुद्दे पर तो बात करते हुए भी शर्मिंदगी हो रही है.'
दानिश अली की बात पर कमेटी के चेयरमैन कहते हैं कि दानिश जी, अगर शिकायत सच्ची थी, तो महुआ ने पुलिस से कार्रवाई को लिए क्यों नहीं कहा. पुलिस को कार्रवाई से रोका क्यों गया.