रांचीः रविवार 10 अप्रैल 2022, झारखंड के लिए किसी सदमे से कम नहीं रहा. अब लोगों के रोपवे ट्रॉलियों में फंसे होने का दर्द लोगों के जेहन में है. देवघर जिला के त्रिकूट पर्वत पर चलने वाली रोपवे आपस में टकरा गयीं और कई ट्रॉलियां एक-दूसरे से टकरा गयीं. जिसके बाद रोपवे में फंसे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ एनडीआरएफ की टीम भी लगी रही. वहीं सेना की ओर से MI-17 हेलीकॉप्टर ने भी इस राहत और बचाव कार्य को अंजाम दिया.
त्रिकूट पर्वत रोपवे हादसा, जिसके बाद रविवार से लेकर सोमावर शाम तक ट्रॉली में फंसे 32 लोगों को निकाला गया और करीब 15 लोग अब भी रोपवे ट्रॉली में फंसे हुए हैं उनके साथ गरुड़ कमांडो फोर्स के एक जवान भी शामिल है. वहीं इस हादसे में कुल दो मौत हुई है जिसमें एक महिला शामिल है. सोमवार को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हुए दर्दनाक हादसे में एक शख्स की मौत हो गयी. रस्सी के सहारे हेलीकॉप्टर तक ले जाने के दौरान वो शख्स खाई में गिर गया. वहीं रविवार को हुए हादसे में एक महिला की मौत हो गयी थी.
अब कब-कब और कहां हुआ रोपवे ट्रॉली हादसाः भारत में पहली बड़ी रोपवे दुर्घटना जनवरी 2003 में गुजरात में हुई. जिसमें तीन केबल कार के दुर्घटनाग्रस्त होने से सात लोगों की जान चली गई और 20 घायल हो गए थे.