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NCB ऑफिसर समीर वानखेड़े पर क्यों हमलावर हैं नवाब मलिक ?

आर्यन खान क्रूज ड्रग्स केस में जैसे ही एनसीबी की कार्यशैली की आलोचना शुरू हुई, महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने आरोपों का पुलिंदा लेकर जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर हमला बोल दिया. हर दिन वह सोशल मीडिया पर कुछ न कुछ पोस्ट कर समीर वानखेड़े पर सवाल उठा रहे हैं. उनकी निजी जिंदगी पर हमले कर रहे हैं. इन आरोपों में कितना दम है, अभी इसकी जांच होनी बाकी है. लेकिन एक सवाल जरूर पूछा जाने लगा है, आखिर नवाब मलिक समीर वानखेड़े पर इतने अधिक हमलावर क्यों हैं. क्या है पूरा माजरा. क्या है इसके पीछे की सच्चाई. जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.

sameer Wankhede vs nawab Malik
sameer Wankhede vs nawab Malik

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Published : Oct 29, 2021, 7:43 PM IST

Updated : Oct 29, 2021, 10:28 PM IST

हैदराबाद :क्रूज ड्रग्‍स केस में आर्यन खान और उनके दोस्तों की गिरफ्तारी के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े भी सुर्खियों में रहे हैं. उनके खिलाफ महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने मोर्चा खोल रखा है. उन्होंने समीर वानखेड़े के बर्थ सर्टिफिकेट पर सवाल उठाए हैं. उनके अनुसार उस सर्टिफिकेट में समीर दाऊद वानखेड़े नाम का उल्लेख किया गया है. मलिक ने उनका निकाहनामा सार्वजनिक कर दिया. उन्होंने समीर और उनके परिवार की मालदीव में बिताई गई छुट्टियों से संबंधित फोटो भी सबको दिखाया. और अंत में, क्रूज पर हुई पार्टी के फुटेज को रिलीज कर दिया. हर रोज हो रहे निजी आरोपों से आहत होकर समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने महिला आयोग से शिकायत कर दी.

जनवरी 2021 में नवाब मलिक के दामाद को समीर वानखेड़े नेगिरफ्तार किया था.

इसके बावजूद उद्धव के मंत्री नवाब मलिक चुप नहीं रहे. उन्होंने समीर और फैशन टीवी (इंडिया) के प्रमुख काशिफ खान का 'रिश्ता' ढूंढ लिया. उन्हें एक-दूसरे का दोस्त बना डाला. मलिक का आरोप है काशिफ खान इंटरनेशनल ड्रग्स माफिया है. वह सेक्स रैकेट चलाता है.

अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के जुड़े इतने राज क्यों खोले. आखिर उनकी इतनी अधिक दिलचस्पी क्यों है. आखिर माजरा क्या है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, समीर वानखेड़े से उनकी खुन्नस पुरानी है. कहानी सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की जांच से शुरू होती है. जब सुशांत सुसाइड केस की जांच आगे बढ़ी, तो इसमें ड्रग्स रैकेट की एंट्री हुई. इसमें सबसे पहला नाम रिया चक्रवर्ती का आया. उन्हें जेल भेज दिया गया.

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री ने 26 आरोपों का वाला लेटर जारी किया, जिसे किसी गुमनाम ने लिखा था. इस लेटर के आने के बाद समीर वानखेड़े की मुसीबत शुरू हो गई थी.

इस घटना के बाद ब्रिटिश नागरिक करण सजनानी का नाम सामने आया. सजनानी को 200 किलो मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया गया था. उसने पूछताछ के दौरान कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान का नाम लिया. इस खबर के सार्वजनिक होते ही नवाब मलिक समीर वानखेड़े पर हमलावर हो गए. इसी साल 13 जनवरी को समीर वानखेड़े ने उनके दामाद समीर खान को दो अन्य आरोपियों के साथ अरेस्ट कर लिया. समीर खान करीब 8 महीने तक जेल में रहे. उसके बाद उन्हें जमानत मिली.

दामाद समीर खान की जमानत के बाद नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनसीबी पर हमला बोला. उन्होंने दावा किया कि उनके दामाद को झूठे केस में फंसाया गया था. उनके अनुसार एनसीबी जिस जब्त सामग्री को 200 किलो गांजा बता रही थी, वह सीए रिपोर्ट में हर्बल तंबाकू निकला. उन्होंने तंज कसते हुए पूछा था कि NCB तंबाकू और गांजे में फर्क नहीं कर पाती है.

समीर की पहली शादी का निकाहनामा

अब विवाद नए सिरे तक पहुंच चुका है. नवाब मलिक के समर्थन में तकरीबन पूरा बॉलीवुड सामने आ चुका है. खासकर वह लॉबी, जिनका नाम सुशांत केस के दौरान सुर्खियों में आया था. एक्ट्रेस पूजा भट्ट ने ट्वीट कर नवाब मलिक को शुक्रिया अदा किया. मलिक भी अपनी स्पेशल 26 चिट्ठी में रिया चक्रवर्ती, उसके भाई शाविक के अलावा फिल्म एक्टर अरमान का पक्ष लिया है. हालांकि अब सुशांत केस की जांच सीबीआई कर रही है.

नवाब मलिक महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा नाम हैं. वह कभी मुलायम सिंह यादव के करीबी हुआ करते थे. महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी का झंडा ऊंचा करने वाले चंद नेताओं में वह शामिल थे. नवाब मलिक मूल रूप उत्तरप्रदेश के बलरामपुर के निवासी हैं. बीए पास करने के बाद 70 के दशक में वह परिवार सहित मुंबई आ गए और बिजनेस शुरू कर दिया. इस दौरान वह राजनीति में भी सक्रिय रहे. राम मंदिर आंदोलन के दौरान मुलायम सिंह यादव से प्रभावित होकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए.

1996 में पहली बार नवाब मलिक नेहरू नगर के विधायक बने. सपा की टिकट पर दूसरी बार भी जीते. जीत का यह सिलसिला 2004 में भी कायम रहा, मगर तीसरी जीत से पहले वह शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस में शामिल हो गए. 2009 में उन्होंने विधानसभा क्षेत्र बदल लिया. अणुशक्ति नगर से चुनाव लड़ने लगे. 2014 में वह शिवसेना के तुकाराम रामकृष्णा से चुनाव हारे, मगर 2019 में उन्हें हराकर अपना बदला ले लिया. अभी वह प्रदेश के कैबिनेट मंत्री हैं, जिनके साथ पूरी सरकार खड़ी है.

मलिक ने अपने आरोपों के समर्थन में समीर की पहली शादी के फोटो भी ट्वीट किए थे.

फिलहाल समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों की विभागीय जांच एनसीबी कर रहा है. ट्विटर समेत अन्य जगहों पर समीर के समर्थक में भी लोग सामने आए हैं. नवाब मलिक के आरोपों पर अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने ऐतराज जताया है. एनसीबी के एक अधिकारी ने कहा कि नवाब मलिक सिर्फ मीडिया में आकर आरोप लगा रहे हैं, सबूत नहीं दे रहे हैं. बतौर मंत्री वह एनसीबी से जिन लोगों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं, उस पर मुंबई पुलिस भी कार्रवाई कर सकती है. मगर राज्य की पुलिस नवाब मलिक की लिस्ट वाले आरोपियों से पूछताछ भी नहीं कर रही है. बाद में तय होगा कि नवाब मलिक के आरोपों में कितना दम है.

Last Updated : Oct 29, 2021, 10:28 PM IST

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