तिरुवनंतपुरम : साधारण वेशभूषा में केके रीमा पहली नजर में किसी आम गृहिणी की तरह नजर आती हैं, हालांकि जब वह विनम्र, लेकिन तीखी आवाज में बोलती हैं तो देखनेवाले देखते रह जाते हैं और यही खूबी उन्हें केरल में अन्य महिला नेताओं से अलग बनाती है.
क्रांतिकारी मार्क्सवादी पार्टी (आरएमपी) के दिवंगत संस्थापक टी पी चंद्रशेखरन की पत्नी रीमा केरल के कोझिकोड जिले की वडाकरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं, जहां छह अप्रैल को मतदान होगा. उन्हें कांग्रेस नीत यूडीएफ का समर्थन प्राप्त है.
केरल में राजनीतिक हिंसा की खुद पीड़ित रहीं रीमा के पति की 2012 में हत्या कर दी गई थी, जो माकपा से अलग हो गए थे और स्थानीय स्तर पर एक दिग्गज नेता थे.
रीमा का कहना है कि उनकी लड़ाई राज्य में राजनीति के नाम पर की जाने वाली बर्बर हत्याओं के खिलाफ है.
चंद्रशेखरन को लोग टी पी कहकर पुकारते थे. उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से उनके शरीर पर धारदार हथियार के 51 निशान मिले थे. इस हत्या को केरल के इतिहास में सबसे बर्बर राजनीतिक हत्याओं में से एक माना जाता है.