नई दिल्ली : एक चुंबन और बढ़ता विवाद. शायद आप सोच रहे होंगे कि एक 'किस' से कितना अधिक विवाद बढ़ सकता है. या तो सहमति से चुंबन हुआ होगा, या फिर सहमति नहीं होगी तो माफी मांग कर विवाद खत्म कर लिया जाएगा. लेकिन इस मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ, उलटे विवाद बढ़ गया. इस हद तक विवाद बढ़ा कि पूरे देश में इसकी चर्चा होने लगी.
पूरा विवाद क्या है, इसे जानने से पहले यह भी जानें कि हमारे देश में भी ऐसा विवाद हो चुका है और मामला कोर्ट तक पहुंच गया था. ये अलग बात है कि तब विवादों में जिस अभिनेता का नाम उछला था, उन्होंने इसे अपनी संस्कृति का हिस्सा बता दिया, लेकिन उन्होंने भारतीय समाज के प्रति जो 'उपेक्षा' का भाव अपनाया था, वह सवाल आज तक गूंजता रहता है. बाद में उन्होंने माफी भी मांग थी.
आपको याद होगा कि हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेरे ने सार्वजनिक मंच से 'जबरदस्ती' अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी को किस कर लिया था. वे दोनों राजस्थान में एड्स अवेयरनेस प्रोग्राम के दौरान किसी कार्यक्रम में भाग लेने आए थे. शिल्पा शेट्टी उस वक्त असहज हो गई थीं. इस किस पर खूब विवाद हुआ था. तब 'बंद' और 'खुले' समाज का भी 'कुतर्क' दिया गया था. लेकिन इस किस का किसी समाज से कोई लेना-देना नहीं था, बल्कि वैयक्तिक संस्कार और आपसी सहमति का मामला था.
ताजा विवाद स्पेन का है. एक महिला फुटबॉल खिलाड़ी को सार्वजनिक रूप से किस करने का है. 28 अगस्त को विश्व कप महिला फु़टबॉल खिलाड़ी जेनी हर्मोसो को फुटबॉल संघ के अध्यक्ष लुईस रुबियालेस ने मैच जीतने का बाद किस कर लिया. उन्हें अपनी बाहों में भरा और फिर होठों पर किस कर लिया. इसके बाद उनकी यह तस्वीर मीडिया में सामने आई और फिर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इसके बाद जो विवाद बढ़ा, वह थमने का नाम नहीं ले रहा है.
लोगों ने रुबियालेस को खूब बुरा-भला कहा. उनके व्यवहार को अनुचित बताया. इसे यौनिक कैटेगरी में डाल दिया और उनके इस्तीफे की मांग उठने लगी. हालांकि विवाद बढ़ने पर रुबियालेस ने कहा कि जो भी कुछ हुआ, वह सब आपसी सहमति से हुआ. उन्होंने कहा कि वह किसी भी फर्जी फेमिनिज्म के आगे अपने आपको नहीं सौंपेंगे. उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया. लेकिन विवाद का स्वरूप इतना अधिक बढ़ गया, कि सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा और रुबियालेस से इस्तीफा लिया गया. फीफा ने रुबियालेस को सस्पेंड कर दिया.
विवाद में एक और नया मोड़ उस समय आया, जब महिला खिलाड़ी हर्मोसो ने खुद बयान जारी किया. हर्मोसो ने कहा कि उन पर काफी दबाव था कि वह इसे सहमति की घटना बता दें. हर्मोसो ने कहा कि जो भी कुछ हुआ, वह सहमति से नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि रुबियालेस झूठ बोल रहे हैं. उनके अनुसार रुबियालेस ने जबरदस्ती चूमा, और उस वक्त वह बहुत ही असहज हो गई थीं, उस वक्त कुछ भी नहीं कह पाई.
हर्मोसो ने कहा कि जो भी कुछ हुआ, उससे वह मानसिक पीड़ा की शिकार हुईं, यौनिक हिंसा की शिकार हुई और उनके सम्मान को काफी ठेस लगी. हर्मोसो ने कहा कि जो भी कुछ हुआ वह किसी भी संस्कृति से कोई लेना देना नहीं है. हर्मोसो को उनके साथी खिलाड़ियों ने भी समर्थन किया. रुबियालेस ने बाद में स्वीकार किया कि जो भी कुछ हुआ, वह ऑन द स्पॉट हुआ और वह अपने आप पर कंट्रोल नहीं रख सके. उन्होंने माफी भी मांग ली.
इसको लेकर सोशल मीडिया में अभी भी बहस छिड़ी है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार वहां के लोगों ने सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि सहमति दी जाती है, तो इसका यह अर्थ नहीं है कि इसे हर समय के लिए मान लिया जाए. हो सकता है अभी की सहमति हो, लेकिन बाद में वे इसे नहीं पसंद करते हों, इसका ख्याल जरूर रखा जाना चाहिए. सहमति जीवनभर के लिए नहीं दी जाती है. एक उम्र, एक सीमा और एक खास परिस्थिति में हो सकता है, इसलिए हद तो सबको मानना ही चाहिए.
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