अहमदाबाद : गुजरात एटीएस ने किशन भरवाड हत्याकांड (Kishan Bharwad murder case) में सनसनीखेज खुलासे किए हैं. गुजरात एटीएस के मुताबिक, हत्याकांड में गिरफ्तार मौलाना कमर गनी उस्मानी ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उनके पाकिस्तान के साथ संबंध हैं. मौलाना उस्मानी ने यह भी कबूल किया है कि वह पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी से जुड़े हैं. गुजरात एटीएस ने रविवार को दिल्ली से मौलाना कमर गनी उस्मानी को गिरफ्तार किया था.
एटीएस के मुताबिक, किशन भरवाड की कथित रूप से गोली मारकर हत्या करने वाला शब्बीर चोपड़ा सोशल मीडिया मंच 'इंस्टाग्राम' के जरिए उस्मानी के संपर्क में था. एटीएस के मुताबिक, मौलाना उस्मानी एक सामाजिक संगठन चलाते हैं और समुदाय के लोगों को पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कथित रूप से उकसाते हैं.
त्रिपुरा हिंसा में शामिल होने का आरोप
मौलाना कमर गनी उस्मानी पर त्रिपुरा में हुई हिंसा में भी शामिल होने का आरोप है, इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था. लखनऊ के कमलेश तिवारी हत्याकांड में भी गुजरात एटीएस मौलाना से पूछताछ कर सकती है. एटीएस के मुताबिक, मौलाना की कुछ पाकिस्तानी आतंकियों से संलिप्तता भी उजागर हुई है. गुजरात एटीएस ने 40 अलग-अलग टीमों का गठन किया है. ये टीमें मुंबई, दिल्ली और उत्तर प्रदेश पहुंच गई हैं और स्लीपर सेल की जांच की जा रही है.