बिलासपुर: 6 अगस्त (आज) सुबह 8 बजे से किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर गाड़ियों ने रफ्तार भरना शुरू कर दिया है. 77 किलोमीटर लंबा किरतपुर-नेरचौक एनएच को बनाने में 11 साल का वक्त लगा है. इस एनएच को 1500 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है. वहीं, एनएच के खुलने से किरतपुर-नेरचौक की दूरी 114 किमी. से घटकर महज 77 किमी हो गई है. इस राष्ट्रीय मार्ग को आधुनिक तकनीकि से बनाया गया. फोरलेन पर सुरक्षा के इंतजाम के लिए ₹36 करोड़ की लागत से प्लान तैयार किया गया है. इसके अलावा भी कई खूबियां है, जो इस फोरलेन पर सफर करने के दौरान आपको देखने को मिलेगी. वही, एनएच खुलने से हिमाचल और पंजाब जाने वाले लोगों की राह अब आसान हो जाएंगी.
इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का उपयोग: 11 सालों का इंतजार आखिरकार रविवार सुबह 8 बजे खत्म हो गई. आज सुबह किरतपुर-नेरचौक एनएच को जनता के लिए खोल दिया गया. जिसके साथ ही इस फोरलेन पर गाड़ियों ने रफ्तार भरना शुरू कर दिया है. 77 किमी. लंबा इस फोरलेन को आधुनिक तरीके से तैयार किया गया है. इस फोरलेन पर इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का उपयोग किया गया है. एनएच पर गाड़ियों की रफ्तार की लिमिट भी तय की गई है. इस रोड पर चलने वाली गाड़िया की रफ्तार 40-60 किमी/घंटा से अधिक नहीं होगी. अगर कोई इससे ज्यादा रफ्तार से गाड़ी चलाएगा तो उसका चालान रास्ते पर लगे सीसीटीवी कैमरों से ऑटोमेटिक कट जाएगा.
एनएच के सुरक्षा के लिए पर 36 करोड़ का प्लान: किरतपुर-शिमला फोरलेन पर तीन जिले बिलासपुर, मंडी व कुल्लू में एनएच पर सुरक्षा के इंतजाम के लिए ₹36 करोड़ की लागत से प्लान तैयार किया गया है. जिसके तहत फोरलेन पर हर जिले में एक-एक पुलिस स्टेशन स्थापित होगा. फोर और टू-व्हीलर के निगरानी के लिए पुलिस स्टेशन तैनात किए जा रहे हैं. इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम यानि आईटीएमएस के अलावा अन्य सीसीटीवी कैमरों से पूरे फोरलेन पर गाड़ियों के आवागमन पर पैनी नजर रखी जाएगी.
फोरलेन से गुजरने पर देना होगा टोल टैक्स: किरतपुर-नेरचौक फोरलेन के खुल जाने से यात्रियों और स्थानीयों के सफर काफी आसान हो गया है. वहीं, इस रास्ते से गुजरने वाले सभी गाड़ियों को टोल प्लाजा देना होगा. किरतपुर-नेरचौक फोरलेन कंपनी ने गड़ामोड़ा और बलोह में टोल प्लाजा बनाया है. जहां से गुरने वाली कार को एक तरह का ₹150 शुल्क देना होगा. वहीं, कार को रिर्टन में आते वक्त उसको 230 रुपये अदा करने होंगे. इसी के साथ हेवी व्हीकल से ₹245, बस से ₹515, ट्रक से ₹560 और हैवी वेट ट्रक से ₹805 रुपये सिंगल शुल्क लिया जाएगा.