जौनपुर: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार सड़कों के निर्माण पर खूब जोर दे रही है. प्रदेश में सड़क निर्माण हो भी रहा है, लेकिन जिले की वो सड़क जिसके खस्ताहाल का जिक्र खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 के चुनाव में किया था, वो आज भी बदहाल है.
शाहगंज विधानसभा क्षेत्र में स्थित खेतासराय-खुटहन के बीच का 9.7 किलोमीटर सड़क मार्ग आज भी बदहाल है. हालांकि प्रधानमंत्री के बयान के बाद यह सड़क योगी सरकार के कार्यकाल में मार्च 2018 में बनी थी. 3 साल भी रोड के पूरे नहीं हो पाए कि रोड की स्थिति जर्जर हो गई है. यह वही रोड है जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाजवादी पार्टी के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि अगर इस रोड पर अखिलेश यादव अपने नए दोस्त (राहुल गांधी) के साथ साइकिल पर सवार होकर जाएंगे तो कभी समाजवादी पार्टी को वोट नहीं करेंगे.
जिले के खेतासराय-खुटहन मार्ग की हाईप्रोफाइल सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण रोजगार योजना के तहत 2018 मार्च में मेंबर्स दिव्या कंस्ट्रक्शन के तहत पूरा किया गया. सड़क लगभग 9.7 किलोमीटर 407.97 लाख रुपये में बनाई गई. इसमें कंस्ट्रक्शन कंपनी को 5 साल मरम्मत करने का प्रावधान है. इस सड़क को मार्च 2021 में तीन साल पूरे होंगे, लेकिन सड़क गड्ढायुक्त हो गई है. इस पर विपक्ष ने हमला करते हुए जांच कराने की मांग कर दी है.
हाईप्रोफाइल सड़क का क्या है मामला
खेतासराय-खुटहन मार्ग उस समय हाईप्रोफाइल हो गया जब मार्च 2017 विधानसभा में जौनपुर में जनता को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने तत्कालीन समाजवादी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि अखिलेश यादव अपने नए दोस्त (राहुल गांधी) के साथ खेतासराय-खुटहन मार्ग पर साइकिल पर पीछे बैठकर जाएंगे तो वे भी समाजवादी पार्टी को वोट नहीं देंगे.
सड़क पर जमकर हुई थी राजनीति
प्रधानमंत्री के जिक्र के बाद इस सड़क पर जमकर राजनीति भी हुई. हालांकि, चुनाव संपन्न हुए. बीजेपी भारी बहुमत से सत्ता पर काबिज हुई. 19 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री की शपथ लेते ही 15 जून तक प्रदेश की सभी सड़कों को गढ्ढामुक्त करने का एलान भी कर दिया था. बात जब खेतासराय और खुटहन के बीच के सड़क हुई तो मामला पीडब्ल्यूडी और ठेकेदार के बीच फंसता दिखाई दिया. दोबारा टेंडर कर सड़क बनी, लेकिन गुणवत्ता विहीन.