खरगोन। मध्यप्रदेश की खरगोन पुलिस ने नकली नोट छापने वाले 1 आईटी इंजीनियर और उसके एक अन्य साथी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से चार लाख की नकली करंसी, स्कैनर, प्रिंटर सहित नोट छापने में इस्तेमाल किया जाने वाला अन्य सामान भी जब्त किया गया है. खास बात यह है कि नकली नोट छापने वाला मास्टर मांइड एक आईटी इंजीनियर है.
यू-टयूब से सीखा नोट छापने का तरीका:खरगोन पुलिस को सूचना मिली थी कि शहर में नकली नोट खपाए जा रहे हैं जो यहीं छापे जा रहे हैं. सूचना पर पुलिस ने शास्त्री नगर स्थित मल्टी पर दबिश दी और आरोपी राकेश उर्फ प्रकाश जाधव (32) और विक्की उर्फ विवेक (25) को पकड़ लिया. इस दौरान पुलिस ने 4 लाख की नकली करंसी भी जब्द की. पुलिस ने बताया कि नकली नोट छापने के इस धंधे का मास्टर माइंड राकेश है. राकेश आईटी इंजीनियर है, लेकिन कोरोना काल में उसकी नौकरी चली गई और लॉकडाउन लग गया. इस दौरान वह घर में फ्री रहने लगा तो टाइमपास के लिए ऑनलाइन गेम खेलना शुरू कर दिया. जिसमें वह कर्ज में डूब गया. लोग कर्ज वसूली के लिए उसे परेशान करने लगे तभी उसके दिमाग में इस कर्ज से मुक्ति पाने का एक तरीका सूझा नकली नोट छापना.
उतारना था 5 लाख का कर्ज, छापे 8 लाख के नकली नोट: मास्टर माइंड राकेश मध्य प्रदेश में ही खरगोन, नीमच, मंदसौर और शिवपुरी के ITI कॉलेज में संविदा पर टीचर की नौकरी भी कर चुका है. कोविड में नौकरी चली जाने और ऑनलाइन गेम खेलने की आदत ने उसे 5 लाख रुपए का कर्जदार बना दिया. इसी कर्जे को उतारने के लिए उसने योजना बनाई और यूट्यूब पर नकली करंसी छापने से जुड़े तमाम वीडियो देखे. नकली नोट छापने का सामान जुटाया गया और नकली करंसी की छपाई शुरू हो गई. आरोपी अभी तक 8 लाख के नकली नोट बाजार में भी खपा चुके हैं. छापे गए नकली नोटों में पांच सौ, दो सौ और और सौ के नोट शामिल हैं.