राजस्थान कांग्रेस की बैठक में हुआ फैसला, उम्मीदवारों की सूची सितंबर के पहले सप्ताह में होंगी घोषित - कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल
राजस्थान चुनाव को लेकर रणनीतिक बैठक के बाद कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा जीतने की क्षमता के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा. उम्मीदवारों की सूची सितंबर के पहले सप्ताह में घोषित की जाएगी. पार्टी शुक्रवार से राजस्थान अभियान शुरू करेगी और शेष 90 दिनों तक युद्ध स्तर पर यह जारी रहेगा.
राजस्थान में कांग्रेस की रणनीतिक बैठक
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Published : Jul 6, 2023, 3:58 PM IST
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Updated : Jul 6, 2023, 5:32 PM IST
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने और रणनीति बनाने के लिए गुरुवार को पार्टी की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन किया. बैठक के बाद खड़गे ने कहा कि राजस्थान में हर पांच साल पर सरकार बदलने का इतिहास इस बार बदल जाएगा.
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल का बयान
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि आज इस बैठक में सीएम और पीसीसी चीफ समेत राजस्थान कांग्रेस के 29 नेता शामिल हुए. सभी नेताओं ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि कांग्रेस राजस्थान चुनाव जीत सकती है, बशर्ते राजस्थान कांग्रेस में एकजुटता हों. आज सभी नेताओं ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया. जीतने की क्षमता के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा. उम्मीदवारों की सूची सितंबर के पहले सप्ताह में घोषित की जाएगी.
वेणुगोपाल ने कहा कि आरपीएससी मुद्दे का समाधान कर लिया गया है. परीक्षा पेपर लीक में शामिल पाए जाने वालों को कड़ी सजा देने के लिए अगले विधानसभा सत्र में एक अचूक अधिनियम पारित किया जाएगा.
कांग्रेस महासचिवने कहा कि यदि कोई निर्देश का उल्लंघन करते हुए पाया गया, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पार्टी में सख्त अनुशासन रखना होगा. सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए, उसके लिए पार्टी फोरम हैं. आज की बैठक अत्यंत महत्वपूर्ण एवं सफल रही. इसमें नेताओं के बीच एकता देखी गई और सभी ने विश्वास व्यक्त किया कि कांग्रेस राजस्थान जीतेगी. उन्होंने आगे कहा कि संभावित उम्मीदवारों की पहचान के लिए विभिन्न सर्वेक्षण जारी हैं लेकिन जीतने की क्षमता मुख्य मानदंड होगी. वेणुगोपाल ने कहा, पार्टी कल से राजस्थान अभियान शुरू करेगी और शेष 90 दिनों तक युद्ध स्तर पर यह जारी रहेगा.
सचिन पायलट का बयान
सचिन पायलट ने कहा कि बैठक में इस बारे में चर्चा की गई कि राज्य में हर पांच साल में सरकार बदलने की परंपरा को कैसे बदला जाए. उनका कहना था कि उनकी ओर से उठाए गए मुद्दों पर कांग्रेस नेतृत्व ने संज्ञान लिया और दिशानिर्देश दिए. पायलट ने संवाददाताओं से कहा, "राजस्थान में सरकार बदलने की परंपरा को कैसे तोड़ा जाए, इसको लेकर सार्थक चर्चा हुई है. हमने सभी मुद्दों पर खुले मन से चर्चा की और सबने विश्वास जताया कि फिर से कांग्रेस की ही सरकार बनेगी.’’
पायलट ने अपनी 'जन संघर्ष यात्रा' के दौरान प्रदेश सरकार के समक्ष तीन मांगें रखी थीं जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) का पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने से प्रभावित युवाओं को मुआवजा और पिछली वसुंधरा राजे सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की उच्चस्तरीय जांच शामिल थी.
खड़गे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी वाली इस बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पायलट, पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और कई अन्य कांग्रेस नेता शामिल थे. मुख्यमंत्री गहलोत पैर में चोट के कारण जयपुर से ही इस बैठक में ऑनलाइन जुड़े. इस बैठक को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच के विवाद को सुलझाने के प्रयास के तौर पर भी देखा जा रहा है.
बैठक के बाद खड़गे ने ट्वीट किया, "जन-सेवा, राहत और सबका उत्थान, प्रगति के पथ पर बढ़ता राजस्थान. कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान में समावेशी विकास एवं जन-कल्याण की योजनाओं को घर घर पहुँचाया है. पार्टी एकजुट होकर आगामी चुनाव में जनता के बीच जाएगी." उन्होंने कहा, "राजस्थान का हर वर्ग - किसान, खेत-मज़दूर, युवा, महिलाएं व समाज का हर एक वर्ग कांग्रेस पार्टी में अपनी आस्था व्यक्त कर रहा है. हम सबकी आकांक्षाओं का ध्यान रखेंगे. राजस्थान का वर्तमान और भविष्य दोनों कांग्रेस के हाथों में सुरक्षित है. इस बार इतिहास बदलेगा."
राहुल गांधी ने फेसबुक पोस्ट में कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी के नेतृत्व में आज राजस्थान कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की. कांग्रेस राजस्थान में एक बार फिर सरकार बनाएगी और जनता के बेहतर भविष्य के लिए कार्य करती रहेगी." इस बैठक से एक दिन पहले, मुख्यमंत्री गहलोत ने मंगलवार को कहा था कि राजस्थान सरकार भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामलों में सजा को मौजूदा 10 साल से बढ़ाकर आजीवन कारावास तक करने के लिए अगले विधानसभा सत्र में एक विधेयक लाएगी.
पायलट ने अपनी 'जन संघर्ष यात्रा' के दौरान प्रदेश सरकार के समक्ष तीन मांग रखी थीं जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) का पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक से प्रभावित युवाओं को मुआवजा और पिछली वसुंधरा राजे सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप की उच्च स्तरीय जांच शामिल थी. पिछले महीने कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं तथा उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा.