मुंबई के लीलावती अस्पताल शिफ्ट हो सकते हैं ऋषभ पंत. देहरादूनःरुड़की में सड़क हादसे में घायल क्रिकेटर ऋषभ पंत का देहरादून के मैक्स अस्पताल में इलाज चल रहा है. अस्पताल से उनकी सेहत को लेकर अच्छी खबर आई है. ऋषभ पंत की सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है. हालांकि, अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए पंत काफी उदास हैं. अपने करियर को लेकर पंत लगातार अपने खास नजदीकी लोगों से बात कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि ऋषभ को मुंबई के लीलावती अस्पताल (Lilavati Hospital Mumbai) शिफ्ट किया जा सकता है.
दरअसल, देहरादून के मैक्स अस्पताल में प्राथमिक उपचार और चेहरे की सर्जरी होने के बाद अब उनके लिगामेंट का ट्रीटमेंट मुंबई के लीलावती अस्पताल (Lilavati Hospital And Research Centre Mumbai) में हो सकता है. यह जानकारी खानपुर विधायक उमेश कुमार (Khanpur MLA Umesh Kumar) ने दी है. विधायक उमेश कुमार लगातार ऋषभ पंत से बातचीत कर रहे हैं. आज भी ऋषभ पंत से करीब 40 मिनट की मुलाकात के बाद उमेश कुमार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
उमेश कुमार ने बताया- क्यों उदास है क्रिकेटर. चेहरा, हाथ और कमर पर लगी चोटःविधायक उमेश कुमार ने बताया कि ऋषभ पंत की सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है. उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल शिफ्ट किया जा सकता है. एक दो दिन के भीतर डॉक्टर इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं. फिलहाल, उनकी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है. चेहरे पर गहरे चोट के निशान हैं. जिनका लगातार ट्रीटमेंट किया जा रहा है. उनके हाथ और कमर पर भी चोट लगी है. जिस पर लगातार पट्टी और ड्रेसिंग की जा रही है.
8 से 10 महीने तक मैदान में नहीं कर पाएंगे वापसीःविधायक उमेश कुमार ने बताया कि ऋषभ पंत एक्सीडेंट के बाद काफी उदास हैं और परिवार के लोग उन्हें लगातार इस बात का एहसास करा रहे हैं कि अगर जान रहेगी तो मैदान में दोबारा से वापसी होगी. उमेश कुमार का कहना है कि चोटें भी गहरी हैं तो उम्मीद यही जताई जा रही है कि 8 से 10 महीनों में वो मैदान में वापसी कर पाएंगे. फिलहाल, वो बहुत मजबूती से मौजूदा परिस्थितियों से लड़ रहे हैं. साथ ही कहा कि वो अपनी आगामी सीरीज और वर्ल्ड कप को लेकर भी बेहद चिंतित हैं.
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हादसे की बताई ये वजहःवहीं, एक्सीडेंट को लेकर लगातार उठ रहे सवालों के बीच उमेश कुमार ने एक बार फिर कहा है कि हादसा नींद की झपकी से नहीं बल्कि, हाईवे पर गड्ढों की वजह से हुआ है. उन्होंने कहा कि ऋषभ पंत ने कल रात भी उन्हें दोबारा से इस बात को बताया कि वो 100-120 की स्पीड पर थे. तभी उसी वक्त अचानक हाईवे पर एक साया सा गुजरा और जिसे बचाने के लिए उन्होंने जैसे ही दूसरी तरफ स्टेरिंग घुमाया, वैसे ही यह दुर्घटना हो गई.
30 दिसंबर को हुआ था ऋषभ पंत का हादसा: बता दें कि क्रिकेटर ऋषभ पंत 30 दिसंबर तड़के दिल्ली से रुड़की अपने घर के लिए निकले थे. रुड़की के पास नारसन में उनकी कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई. फिर पलटी खाकर सड़क के दूसरी तरफ पहुंच गई. इस दौरान कार में आग भी लग गई थी. आग लगी कार में से ऋषभ पंत बड़ी मुश्किल से बाहर (Rishabh Pant Road Accident) निकले थे. इस हादसे का सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है, जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि कार हादसा कितना भयानक था.
मूलरूप से पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं ऋषभ पंत: गौर हो कि भारतीय क्रिकेट टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Cricketer Rishabh Pant) का परिवार मूलरूप से पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट तहसील का रहने वाला है. वर्तमान समय में ऋषभ पंत का परिवार रुड़की के अशोक नगर ढंढेरा में रहता है. यहीं से पंत ने क्रिकेट के गुर सीखे और क्रिकेट की दुनिया में शिखर तक पहुंचे.
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