शिमला/चंडीगढ़ :स्वतंत्रता दिवस के नजदीक आते ही एक बार फिर से खालिस्तानी अलगाववादी सुर्खियों में हैं. खालिस्तानियों ने फिर चेतावनी दी है. ताजा खबर खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू से जुड़ा है. पन्नू ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर को धमकी दी है कि वो स्वतंत्रता दिवस की दिन तिरंगा न फहराएं. यही उनके लिए अच्छा होगा. खालिस्तानी ने हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को भी धमकी दी है.
खालिस्तान समर्थक एवं सिख फॉर जस्टिस संगठन के कर्ताधर्ता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने यह धमकी पत्रकारों के माध्यम से दी है. इस संबंध में कई पत्रकारों को अंतरराष्ट्रीय कॉल आई. इसमें रिकॉर्डिंग संदेश के माध्यम से कहा गया है कि किसानों की मौत के लिए जेपी नड्डा जिम्मेदार हैं, क्योंकि वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. बावजूद इसके किसानों के हितों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. गौर रहे पन्नू के खिलाफ शिमला के साइबर थाने (Cyber Police Station of Shimla) में पहले ही एफआईआर दर्ज है. इस मामले की जांच साइबर पुलिस कर रही है. अब जांच का दायरा और बढ़ जाएगा.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कॉल
खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत पन्नू की तरफ से रिकॉर्ड की गई एक रेंडम फोन कॉल इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. जिसमें पन्नू सीएम मनोहर लाल को धमकी दे रहे हैं कि वो 15 अगस्त के दिन न घर से बाहर निकलें और न ही तिरंगा झंडा फहराएं.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) ने कहा कि खालिस्तान समर्थक (Khalistan supporters) एवं सिख फॉर जस्टिस संगठन (Sikh for Justice Organization) के कर्ताधर्ता गुरपतवंत सिंह पन्नू की धमकी बाद हिमाचल सरकार ने इस बारे में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को सूचित कर दिया है. विधानसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा (international border) पर निगरानी बढ़ा दी गई है. प्रदेश की सीमाओं पर भी सख्ती बढ़ाई गई है.
भारत को अस्थिर करने की कोशिश
विधानसभा में सीएम जयराम ने वायरल ऑडियो के बारे में कहा कि पूरे देश के साथ हिमाचल प्रदेश 15 अगस्त को हर्षोल्लास के साथ मनाता है, लेकिन इन दिनों इस प्रकार के संदेश मिलना निंदनीय है. सदन में इसपर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) ने कहा कि विपक्ष के सदस्यों ने उस दिन भी मुख्यमंत्री से बात की थी जब उनको धमकी दी गई थी. उन्होंने कहा कि विपक्ष के विधायकों को भी विदेशों के नंबर से घमकियां आई हैं.
नेता विपक्ष ने कहा कि ये अलगाववादी ताकतें हैं. इनको पंजाब में भी कोई टॉलरेट नहीं करता. ये लोग विदेशों में रहकर लगातार भारत को अस्थिर करने की कोशिश करते हैं. उन्होंने हैरानी जताई और कहा कि पंजाब में इस प्रकार की धमकियां दे तो समझ आता है, लेकिन हिमाचल जैसे शांतिप्रिय प्रदेश में इस प्रकार की बातें हैरान करने वाली हैं.
नेता विपक्ष ने कहा कि जहां भी मंत्री झंडा फहराएंगे वहां कांग्रेस के नेता भी मौजूद रहेंगे. कांग्रेस पार्टी भी इस घटना की निंदा करती है, जो लोग भी इन धमकियों के पीछे हैं उनको विदेशों से लाकर देश में सजा दी जानी चाहिए.