डिब्रूगढ़:सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बीच असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद 10 खालिस्तानियों से गुरुवार को एक वकील और परिवार के सदस्यों ने मुलाकात की. इस दौरान जेल के अंदर से अमृतपाल ने अधिवक्ता भगवंत सिंह सियालका को एक महत्वपूर्ण पत्र सौंपा है. अमृतपाल द्वारा लिखे गए पत्र के अनुसार, अधिवक्ताओं के माध्यम से एक विशेष समिति का गठन किया जाएगा. आगामी न्यायिक प्रक्रिया को संचालित करने की जिम्मेदारी इस समिति की होगी.
अमृतपाल सिंह ने असम की डिब्रूगढ़ जेल से लिखा पत्र. अमृतपाल सिंह के पत्र के मुताबिक इस विशेष समिति पर न्यायिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की पूरी जिम्मेदारी होगी. कोई अन्य संघ या समिति इसके लिए दावा नहीं कर सकती है. उनके वकील भगवंत सिंह सियालका ने बताया कि अमृतपाल ने जेल के भीतर जेल नियमों के अनुसार सभी सुविधाओं का लाभ उठाया है. भगवंत सिंह सियालका के मुताबिक अमृतपाल लेटर में जिक्र किया है कि 'भगवान के आशीर्वाद से मुझे यहां कोई परेशानी नहीं है, मैं यहां 'चढ़दी कलां' (मौज) में हूं.'
अमृतपाल सिंह से ISI लिंक को लेकर पूछताछ: डिब्रूगढ़ जेल में सुरक्षा एजेंसियों ने अमृतपाल से आईएसआई से लिंक को लेकर पूछताछ की है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी और अनुसंधान और विश्लेषण विंग (RAW) समेत अन्य केंद्रीय एजेंसियों ने अमृतपाल से पूछताछ की है. उधर, पंजाब पुलिस भी बरामद अवैध हथियारों के बारे में पूछताछ करना चाहती है. पुलिस और खुफिया एजेंसियों का मानना है कि अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद कई परतें खुलेंगी. अब माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन लोगों की गिरफ्तारियां हो सकती हैं, जिन्होंने अमृतपाल ने पनाह दी थी.
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बता दें, पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को 23 अप्रैल रविवार को पंजाब के मोगा गांव से अरेस्ट किया था, जो 18 मार्च से फरार चल रहा था. अपनी गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल ने गुरुद्वारा साहिब में संगत को संबोधित भी किया था.