नई दिल्ली :केरल में मंगलवार को को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है. यहां विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी, खासकर राहुल गांधी के लिए जोड़ो या तोड़ो की लड़ाई बन गया है. यह एक ऐसा राज्य है जहां कांग्रेस किसी भी नुकसान से बचने के कोशिश कर रही है, क्योंकि कोरल का चुनाव देश की सबसे पुरानी पार्टी के लिए राष्ट्रीय स्तर पर लड़ाई के लिए आगे की राह तय कर सकती है.
इतनी ही नहीं यह संदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान में भी स्पष्ट रूप से दिखाई दिया, जो केरल में विधानसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर जारी किया गया था.
उन्होंने अपने बयान में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि केरल के लोग यूडीएफ को वोट देंगे, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस पार्टी को मजबूत होगी.
प्रियंका ने लोगों से कहा कि केरल में यूडीएफ के लिए मतदान करके, आप राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए भी मतदान करेंगे. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस उन विभाजनकारी ताकतों का सामना कर सकती है जो भारतके सामने खड़ी हैं.
इस मामले पर ईटीवी भारत से बात करते हुए केरल के प्रभारी तारिक अनवर ने कहा कि सोनिया गांधी ने अपने संदेश में जो कहा है वह बिल्कुल सही है.
पूरा देश केरल के चुनावों की ओर देख रहा है क्योंकि यह माना जाता है कि यदि कांग्रेस राज्य में सत्ता में आएगी, तो निश्चित रूप से राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस पार्टी को लाभ होगा.
कांग्रेस का भाग्य केरल और असम पर निर्भर है, जहां उसने चुनाव अभियानों में पार्टी के शीर्ष नोताओं के के साथ पूरी ताकत झोंक दी. कांग्रेस ने अब न सिर्फ हिंदी भाषित प्रदेशों में , बल्कि अन्य राज्यों जैसे ओडिशा, तेलंगाना और अब पश्चिम बंगाल में भी भाजपा को विरोधी का स्थान दिया है.
इसलिए केरल में जीत कांग्रेस को गति दे सकती है. यह जीत राहुल के विचार के प्रति विश्वास की भावना भी जगाएगा, जिन्होंने इस विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों से लेकर प्रचार रणनीति तक सभी क्षेत्रों में कुछ प्रयोग किए हैं.
तारिक अनवर ने आगे कहा कि हम (कांग्रेस) सोचते हैं कि केरल चुनाव पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. हमें भी भरोसा है कि यूडीएफ राज्य में सरकार बनाएगी.