कोझिकोड: केरल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) महिला नेताओं के खिलाफ अपनी टिप्पणी पर कायम हैं. औचित्य यह है कि उन्होंने भ्रष्ट लोगों के खिलाफ आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले शब्द का इस्तेमाल किया. किसी का नाम नहीं लिया गया था, यह भ्रष्ट लोगों को संदर्भित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द था. अन्य राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए महिला विरोधी बयान दर्ज नहीं किए गए.
उन्होंने आगे कहा कि अन्य पार्टियां बीजेपी को घेरने और उस पर हमला करने की कोशिश कर रही हैं. सुरेंद्रन ने कोझिकोड से कहा कि अगर लेफ्ट (एलडीएफ) और राइट (यूडीएफ) एक होना चाहते हैं, तो होने दीजिए. बता दें कि सीपीएम महिला नेताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए के सुरेंद्रन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद सुरेंद्रन ने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं.
पुलिस ने कहा कि सीपीएम नेता और पूर्व सांसद सी एस सुजाता की शिकायत पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. उन्होंने कहा कि आईपीसी की धारा 354 ए (यौन उत्पीड़न) और 509 (शब्द, हावभाव या किसी महिला की मर्यादा भंग करने का इरादा) के तहत कैंटोनमेंट पुलिस स्टेशन तिरुवनंतपुरम में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. आपको बता दें कि जहां धारा 354 ए के तहत अपराध में अधिकतम एक साल की जेल की सजा होती है, वहीं धारा 509 के तहत अधिकतम तीन साल की कैद का प्रावधान है.
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सुरेंद्रन ने रविवार को त्रिशूर में आयोजित एक महिला मोर्चा कार्यक्रम के दौरान सीपीएम की महिला नेताओं के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया था, जिसमें बॉडी शेमिंग और नस्लवाद शामिल था. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की टिप्पणियों की सीपीएम और कांग्रेस पार्टी दोनों ने निंदा की थी.