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पंचायत 35 साल से अधिक उम्र के अविवाहितों के लिए वेबसाइट शुरू करेगी

केरल के एक पंचायत ने उन युवाओं की शादी करवाने का जिम्मा उठाया है, जिनकी उम्र 35 साल से अधिक हो चुकी है. पंचायत का कहना है कि अगर किसी भी पक्ष को आर्थिक मदद की जरूरत पड़ी, तो वह उसकी मदद करेगा. पंचायत की वेबसाइट में जाति और धर्म आधारित श्रेणी नहीं होगी, लेकिन जो लोग अपने विवरण में जाति और धर्म शामिल करना चाहते हैं, वे ऐसा कर सकते हैं.

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Published : Aug 16, 2022, 6:53 PM IST

कन्नूर : केरल के कन्नूर जिले के पिनराई ग्राम पंचायत क्षेत्र में अविवाहित लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पंचायत ने 23 अगस्त को विवाह संबंधी एक वेबसाइट शुरू करने का फैसला किया है. जिला योजना समिति ने पिनराई पंचायत की सयोज्यम परियोजना को मंजूरी दे दी है. इसके तहत 35 साल से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति पंचायत की विवाह संबंधी वेबसाइट पर पंजीकरण कराकर उपयुक्त जीवनसाथी की तलाश कर सकेगा.

पिनराई पंचायत के प्रमुख के के राजीवन ने कहा, 'शादी से पहले इच्छुक लोगों को परामर्श दिया जाएगा.' उन्होंने बताया कि पंचायत ने एक सर्वे किया है, जिसमें 35 साल से अधिक उम्र के कई लोग अविवाहित मिले हैं. राजीवन ने कहा, 'वे विभिन्न कारणों से अविवाहित हैं. कई युवा संगठनों और कुछ राजनीतिक दलों ने इस समस्या से निपटने के उद्देश्य से यह पहल शुरू करने के लिए हमसे संपर्क किया है.'

उन्होंने बताया, 'परियोजना के तहत राज्यभर के इच्छुक लोग वेबसाइट पर पंजीकरण करा सकते हैं और अगर किसी को उपयुक्त वर या वधु मिलती है तो पंचायत बात आगे बढ़ाने से पहले विवाह-पूर्व परामर्श देगी.'

राजीवन के मुताबिक, ज्यादातर मामलों में ऐसे अधिकतर लोगों के पास कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होता, जो उनकी शादी के लिए पहल करे. उन्होंने दावा किया कि केरल में यह संभवत: अपनी तरह की पहली परियोजना है, जिसे जिला योजना समिति की मंजूरी मिली है. कन्नूर जिले में तालीपरम्बा के पास पट्टुवम ग्राम पंचायत ने भी नवमंगलम नाम से इसी तरह की एक परियोजना शुरू की है.

पट्टूवम के पंचायत प्रमुख पी श्रीमति ने बताया कि पंचायत क्षेत्र में 35 साल से अधिक उम्र के अविवाहित लोगों का बायोडाटा इकट्ठा किया गया है और इस महीने के अंत तक पंजीकरण पूरा करने का लक्ष्य है. राजीवन ने कहा कि पिनराई पंचायत की वेबसाइट में जाति और धर्म आधारित श्रेणी नहीं होगी, लेकिन जो लोग अपने विवरण में जाति और धर्म शामिल करना चाहते हैं, वे ऐसा कर सकते हैं.

उन्होंने बताया, 'अगर लोगों को कोई आर्थिक समस्या है तो पंचायत उनकी मदद करेगी.' पिछले साल कोट्टायम जिले की थिडानाडु ग्राम पंचायत ने भी राज्यभर के अविवाहित और जीवनसाथी को गंवा चुके लोगों को वैवाहिक सेवाएं मुहैया कराने के लिए एक ऐसी ही परियोजना के तहत मैरिज डायरी (विवाह पंजी) शुरू की थी.

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