कोट्टायम : केरल के नन बलात्कार (Kerala Nun Rape case) मामले में बिशप फ्रैंको मुलक्कल को बरी करने के निचली अदालत के आदेश के खिलाफ अभियोजन पक्ष अपील कर सकता है. अभियोजक जितेश बाबू ने शनिवार को कोट्टायम जिले के एसपी डी शिल्पा को इस संबंध में कानूनी सलाह दी है. कानूनी सलाह यह है कि निचली अदालत के आदेश के खिलाफ अपील के साथ उच्च न्यायालय जाने के लिए पर्याप्त सामग्री है.
निचली अदालत के आदेश में बलात्कार पीड़िता द्वारा दिए गए बयानों को ध्यान में नहीं रखा गया था और ना ही अभियोजन पक्ष के गवाहों को उचित महत्व मिला था. अभियोजन 60 दिनों के भीतर फैसले के खिलाफ अपील कर सकता है. इससे पहले सिस्टर पिछले शुक्रवार को सिस्टर अनुपमा ने कहा कि वह पीड़िता के न्याय के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी एस. हरिशंकर ने कहा कि फैसला स्वीकार्य नहीं है और इसके खिलाफ अपील की जानी चाहिए. हरिशंकर ने बिशप के खिलाफ रेप मामले में विशेष जांच दल का नेतृत्व किया था.