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Kerala News: कोच्चि में फिल्म स्टार के घर काम करने वाले असम के व्यक्ति को लगी 10 करोड़ की बंपर लॉटरी - केरल की खबरें

केरल के कोच्चि में एक व्यक्ति ने लॉटरी का बंपर ईनाम जीता है. उसे 10 करोड़ रुपये का पहला ईनाम लगा है. असम राज्य का रहने वाला अल्बर्ट टिगा यहां फिल्म स्टार रजनी चांडी के घर पर काम करता है.

Kerala State Lotteries Department
केरल राज्य लॉटरी विभाग

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Published : Mar 20, 2023, 6:32 PM IST

कोच्चि: केरल राज्य लॉटरी विभाग की समर बंपर लॉटरी का पहला इनाम 10 करोड़ रुपये असम के मूल निवासी को मिला है. कोच्चि में कार्यरत असम के मूल निवासी अल्बर्ट टिगा प्रथम पुरस्कार के भाग्यशाली विजेता बने हैं. पुरस्कार टिकट की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और कोच्चि में बैंक को सौंप दी गई है. वहीं, अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विजेता व्यक्ति कैमरे के सामने नहीं आना चाहता है. अल्बर्ट टिगा अलुवा में फिल्म स्टार रजनी चांडी के हाउस हेल्पर हैं.

वह वर्षों से यहां काम कर रहा था. राज्य लॉटरी विभाग का समर बंपर बीआर 90 लॉटरी का परिणाम कल प्रकाशित हुआ था. टिकट एसई 222282 को 10 करोड़ रुपये का प्रथम पुरस्कार दिया गया है. एर्नाकुलम जिले के एजेंट जॉन एमडी (एजेंसी नंबर ई 10242) ने प्रथम पुरस्कार टिकट एसई 222282 बेचा था. दूसरा पुरस्कार विजेता टिकट एसबी 152330 भी एर्नाकुलम में ही बेचा गया था.

बता दें कि हाल ही में पश्चिम बंगाल के एक प्रवासी श्रमिक ने भी राज्य सरकार की स्त्री-शक्ति में प्रथम पुरस्कार जीता जो पिछले मंगलवार को निकाला गया था. 75 लाख रुपये की लॉटरी जीतने के बाद पश्चिम बंगाल के रहने वाले एसके बडेस ने थाने में शरण ली थी. वह मुवातुपुझा पुलिस थाने में सुरक्षा मांगने गया था. जब उसे लॉटरी के नतीजे मिले, तो बडेस मुवातुपुझा पुलिस स्टेशन पहुंचा और पुलिस से सुरक्षा मांगी थी.

पढ़ें:Kerala News: पश्चिम बंगाल के मजदूर ने केरल में जीती 75 लाख रुपये की लॉटरी, सुरक्षा के लिए पहुंच गया पुलिस स्टेशन

वह यह जानकर चौंक गया कि उसने लॉटरी जीती है. बडेस को इस बात का डर था कि कोई इतनी बड़ी रकम का टिकट चुरा लेगा. उसने पुलिस से उसे और लॉटरी टिकट को बचाने की गुहार लगाई थी. ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बडे को शांत किया और कहा कि टिकट संभालकर रख लो और पैसे निकालने के लिए बैंक को सौंप दो. पुलिस के सांत्वना भरे शब्दों को सुनकर उसे राहत मिली कि जब तक वे घर नहीं लौटते तब तक वे मुवत्तुपुझा में सुरक्षित रहेंगे.

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