तिरुवनंतपुरम: एसएफआई और डीवाईएफआई की धमकी के बीच केरल के राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान ने सोमवार को पुलिस सुरक्षा में कमी करते हुए सबसे व्यस्त सिटी सेंटर मननचिरा का दौरा किया. इससे पहले उन्होंने गंभीर आरोप लगाए कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पुलिस को अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने से रोक रहे हैं. 'केरल पुलिस कर्मियों को अपने कर्तव्यों का पालन करने की अनुमति नहीं है. जब प्रदर्शनकारी मुझे रोक रहे हैं तो वे मूकदर्शक बन रहे हैं.'
कोझिकोड शहर के लिए रवाना होने से पहले राज्यपाल ने कहा, 'उन्होंने तभी कार्रवाई की जब मैं कार से बाहर आया. और उन्होंने हमलावरों के ख़िलाफ़ अभियोजन को कमज़ोर करने की कोशिश की. ये सब सीएम के निर्देश की वजह से है. मैं पुलिस को दोष नहीं दूंगा. इसलिए मैंने डीजीपी को लिखा कि मुझे उनकी सुरक्षा नहीं चाहिए.' राज्यपाल ने कहा, 'मैं किसी से नहीं डरता.' सीएम का नाम लिए बिना राज्यपाल ने पिनाराई विजयन की आलोचना की कि 'वह व्यक्ति जो कन्नूर में हिंसा भड़का रहा है. अब एसएफआई को राज्यपाल के खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रहा है.'
कालीकट विश्वविद्यालय में अपमानजनक बैनर और पोस्टर लगाने के मुद्दे के संबंध में राज्यपाल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार पुलिस बैनरों के पीछे थी. कालीकट विश्वविद्यालय परिसर के अंदर, विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस के ठीक बाहर, जहां राज्यपाल रहते हैं, काले झंडे और पोस्टर फहराए गए हैं.
कल राज्यपाल ने एक बयान में स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री की जानकारी और निर्देश के बिना ऐसा नहीं होगा. इससे साफ संकेत मिलता है कि केरल में संवैधानिक व्यवस्था ध्वस्त हो रही है. प्रेस नोट में राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि यदि मुख्यमंत्री जानबूझकर ऐसी प्रवृत्ति प्रदर्शित करेंगे तो इससे संवैधानिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो जाएगी.
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने पहले मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान पर हमला करने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि 'पिनाराई विजयन अभी भी दिल से मुख्यमंत्री या गृह मंत्री नहीं बने हैं और पिनाराई विजयन अभी भी केवल एक पार्टी के रूप में बात कर रहे हैं.'