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केरल में रेस्तरां एवं बार खुलेंगे, 50 प्रतिशत ग्राहकों को ही मिलेगी अनुमति - रेस्तरां एवं बार खुलेंगे

केरल में कोविड-19 के मामलों में गिरावट आने के साथ ही राज्य की 90 फीसदी आबादी को टीके की पहली खुराक लग जाने से रेस्तरां व बार को नियमों के साथ खोले जाने की अनुमति दी गई है.

पिनराई विजयन
पिनराई विजयन

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Published : Sep 26, 2021, 8:39 AM IST

तिरुवनंतपुरम : केरल में कोविड-19 के मामलों में गिरावट आने और लक्षित जनसंख्या में 90 प्रतिशत से अधिक को टीके की पहली खुराक लग जाने के बाद राज्य सरकार ने शनिवार को पाबंदियों में ढील दी तथा रेस्तरां एवं बार को शर्तों के साथ खोलने की अनुमति देने का फैसला किया.

उच्च स्तरीय कोविड-19 आकलन बैठक के बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ( CM Pinarayi Vijayan) ने संवाददाताओं से कहा कि इनडोर स्टेडियम एवं स्वीमिंग पुल पूर्ण रूपेण टीकाकरण से गुजर चुके कर्मियों के साथ खुल सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने पाबंदियों में ढील देने का फैसला किया है क्योंकि लक्षित जनसंख्या में 90 प्रतिशत को टीके की पहली खुराक दे दी गयी है.

विजयन ने कहा , 'पिछले सप्ताह की तुलना में उपचाराधीन रोगियों की संख्या आठ फीसदी घट गयी है. अबतक 3,50,12,467 लोगों को टीका लगाया गया है. उनमें से 2,44,71,319 लोगों को पहली खुराक दी गयी है जबकि 1,05,41,148 को दोनों खुराक दी जा चुकी है.' उन्होंने कहा कि बस 22 लाख ऐसे लोग हैं जिन्हें पहली खुराक भी नहीं लगी है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को दोनों खुराक लग गयी है वे रेस्तरां एवं बार में खा-पी सकते हैं.

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विजयन ने कहा, 'रेस्तरां एवं बारों में बस 50 फीसदी सीटों का उपयोग किया जाना चाहिए. सभी कर्मी टीकाकरण से गुजर चुके हों तथा एसी का उपयोग नहीं किया जाए एवं खिड़कियां खुली रखी जाएं.' केरल में शनिवार को कोविड-19 के 16,671 नये मामले सामने आये एवं 120 रोगियों की जान चली गयी. अबतक 46,13,964 लेाग संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से 24,248 ने जान गंवायी है.

इसके अलावा शासन ने दिशा निर्देश जारी किए हैं जिसके तहत बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित मामलों पर चर्चा करने के लिए सभी स्टेशन हाउस अधिकारियों को क्षेत्र के स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और स्कूल प्रबंधन प्रतिनिधियों की एक बैठक बुलानी चाहिए. इसके अलावा बच्चों को ले जाने वाले स्कूली वाहनों की दक्षता सुनिश्चित करने के लिए पुलिस जिम्मेदार है. वे इस संबंध में मोटर वाहन विभाग की मदद भी ले सकते हैं. साथ ही स्कूल वाहनों की मरम्मत 20 अक्टूबर तक पूरी कर लेनी चाहिए. वहीं ड्राइवरों के पास कम से कम दस साल का कार्य अनुभव होना चाहिए, चाहे वे निजी या स्कूल वाहनों में बच्चों को ले जा रहे हों. साथ ही सभी स्कूलों में एक शिक्षक को स्कूल सुरक्षा अधिकारी नियुक्त किया जाना चाहिए आदि शामिल हैं.

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