तिरुवनंतपुरम : कांग्रेस की केरल इकाई ने सोमवार को पुलिस से मांग की कि वह राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के. सुधाकरन को बदनाम करने पर सीपीएम के राज्य सचिव एमवी गोविंदन और पार्टी के मुख पत्र देशाभिमानी के खिलाफ केस दर्ज करे. रविवार को, पार्टी के मुखपत्र ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसे बाद में गोविंदन द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संदर्भित किया गया था कि सुधाकरन जेल में बंद धोखेबाज एंटीक डीलर मोनसन मावुंकल के आवास पर उस समय मौजूद थे, जब वह अपनी घरेलू सहायिका की बेटी का यौन शोषण कर रहा था.
एनार्कुलम जिला पॉक्सो अदालत द्वारा मावुंकल को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद यह रिपोर्ट और बयान आया. यह मामला 2022 में तब सामने आया, जब मावुंकल धोखाधड़ी के एक मामले में पहले से ही जेल में था, तब उसकी पूर्व घरेलू सहायिका ने पुलिस में याचिका दायर की कि आरोपी ने उसकी नाबालिग बेटी का जुलाई 2019 में अपने घर पर यौन उत्पीड़न किया.
अदालत ने शनिवार को मावुंकल को दोषी पाया और उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई. सुधाकरन ने सोमवार को मीडिया से कहा कि यह निंदनीय है कि गोविंदन, जो पेशे से एक शिक्षक हैं, ने ऐसी घटिया बात कही, जिसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है.
सुधाकरन ने कहा, 'मैंने बार-बार कहा है कि मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि सीपीएम के मुखपत्र की खबरों और गोविंदन के खिलाफ भी कानूनी सहारा लूंगा. उन्होंने कहा कि माकपा में अगर कोई नेता बचा है, तो उसे इस जघन्य कृत्य के खिलाफ प्रतिक्रिया देनी चाहिए.'