कोच्चि (केरल) : भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष शोभा सुरेंद्रन ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन केरल के मौलवी की कार्रवाई पर चुप रहकर कट्टरपंथियों को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं. उस मौलवी ने छात्रों के सम्मान समारोह में छात्रा को आमंत्रित करने के लिए आयोजकों को डांटा था. शोभा ने कहा कि लोग मौलवी की कार्रवाई पर सीएम से बयान की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन राज्यपाल और अन्य की प्रतिक्रियाओं के बाद भी सीएम ने इस मामले पर चुप्पी साध ली.
शोभा ने कहा, "लोगों को उम्मीद थी कि इस विषय पर केरल के मुख्यमंत्री का बयान आएगा. इस मुद्दे पर केरल के राज्यपाल और अन्य लोगों की प्रतिक्रियाओं के बाद भी केरल के सीएम कट्टरपंथियों को खुश करते हुए आगे बढ़े. वह यह सोच के चुप चुप थे कि सभी मुसलमानों के दिमाग केरल में धार्मिक कट्टरपंथियों के समान हैं. जो कि बेहद मूर्खतापूर्ण सोच है." सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद समस्त नेताओं की जमकर आलोचना हुई. केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. राज्यपाल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक बयान में कहा गया है, "यह जानकर दुख हुआ कि मलप्पुरम जिले में एक युवा प्रतिभाशाली लड़की को एक योग्य पुरस्कार प्राप्त करने के दौरान मंच पर अपमानित किया गया, क्योंकि वह एक मुस्लिम परिवार में पैदा हुई थी."
राज्यपाल ने कहा कि यह एक और उदाहरण है कि कैसे मुस्लिम मौलवी कठोर मुस्लिम महिलाओं को एकांत में धकेलते हैं और कुरान के आदेशों और संविधान के प्रावधानों की पूरी तरह से अवहेलना करते हुए उनके व्यक्तित्व को दबाते हैं. राज्यपाल ने ट्वीट कर कहा कि पवित्र कुरान कहता है- "और महिलाओं को उनके खिलाफ अधिकारों के समान अधिकार होंगे जो उचित और उचित हैं, लेकिन पुरुषों की उनके प्रति जिम्मेदारी की एक अतिरिक्त डिग्री है -2.228".