तिरुवनंतपुरम :मालंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन चर्च के याकूबी धड़े ने केरल की वाम सरकार को सामूहिक ज्ञापन सौंपकर ऑर्थोडॉक्स धड़े के साथ अपने सदियों पुराने विवाद के समाधान के लिए कानून बनाने की मांग की है.
याकूबी और ऑर्थोडॉक्स केरल में स्थित सीरियाई गिरजाघर के दो समूह हैं.
गिरजाघर के पांच लाख अनुयाइयों के हस्ताक्षर वाला यह ज्ञापन मंगलवार को राज्य के उद्योग मंत्री ई पी जयराजन को यहां उनके कार्यालय में सौंपा गया.
यहां एक बयान में कहा गया है कि मैथ्यूज मोर एंटीमोस मेट्रोपॉलिटन समेत गिरजाघर के प्रतिनिधियों के समूह ने मंत्री को यह ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में कहा गया है कि केवल अदालत के फैसले से सदियों पुराने गिरजाघर विवाद का हल नहीं निकल सकता और सरकार को सर्वमान्य समाधान के लिए इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिये.
याकूबी धड़े का कहना है कि माकपा नीत एलडीएफ सरकार ने मामले के हल के लिये विभिन्न कदम उठाए हैं और हाल ही में केरल ईसाई कब्रिस्तान (अंतिम संस्कार का अधिकार) विधेयक लाना एक 'साहसिक' कदम था.
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ज्ञापन में कहा गया है कि वे चाहते हैं कि दोनों धड़ों के बीच विवाद को समाप्त करने के लिये ऐसे और कानून बनाए जाएं.
बयान के अनुसार, याकूबी समूह ने यह भी कहा कि इस मुद्दे का समाधान गिरजाघरों में दोनों धड़ों के बीच रायशुमारी कराने से ही निकल सकता है. इससे पहले दोनों धड़ों ने मालाबार में अधिकतर गिरजाघरों में ऐसी कोशिश कीं, जो सफल रहीं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विवाद के हल के लिए इस सप्ताह दिल्ली में याकूबी और ऑर्थोडॉक्स दोनों धड़ों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की थी.
उन्होंने मंगलवार को अपने कार्यालय में याकूबी धड़े के वरिष्ठ बिशपों से जबकि उससे एक दिन पहले, सोमवार को ऑर्थोडॉक्स समूह के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी.
उच्चतम न्यायालय का 2017 का आदेश लागू होने के बाद से दोनों धड़ों के बीच विवाद बढ़ गया है. न्यायालय ने अपने आदेश में केरल के 1,000 गिरजाघरों और उससे संबंधित संपत्तियों का कब्जा ऑर्थोडॉक्स धड़े को दे दिया था.