गांधीनगर : केरल के चीफ सेक्रेटरी वी पी जॉय ने गुरुवार को अपनी टीम के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री आवास में संचालित सीएम डैश बोर्ड की कार्यप्रणाली देखी. इस दौरान उन्हें बताया गया कि कैसे मुख्यमंत्री राज्य सरकार के सभी विभाग और जिला कलेक्टरों से डैश बोर्ड के जरिये जुड़े रहते हैं और योजनाओं की रियल टाइम मॉनिटरिंग करते हैं. टीम ने करीब साढ़े तीन घंटे तक डैश बोर्ड की बारीकियों के बारे में जानकारी ली. केरल के मुख्य सचिव वीपी जॉय ने उस विद्या समीक्षा केंद्र का भी दौरा किया, जहां कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गए थे.
केरल के चीफ सेक्रेटरी ने भी रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए बनाए गए सीएम डैश बोर्ड सिस्टम और टेक्नॉलजी के उपयोग की सराहना की. उन्होंने कहा कि गुड गवर्नेंस के लिए जरूरी है कि सरकारी योजनाओं की निगरानी की जाए और लाभार्थियों से उनका फीडबैक लिया जाए. वी पी जॉय के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शासन में ट्रांसपैरेंसी और रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए गुजरात सरकार की ओर से की गई पहल का अध्ययन करने सुझाव दिया था. इस कारण केरल की टीम सीएम डैशबोर्ड की जानकारी लेने गुजरात आई है.
केरल के मुख्य सचिव को प्रेजेंटेशन देते गुजरात के अधिकारी. विद्या समीक्षा केंद्र का दौरे के दौरान केरल के चीफ सेक्रेटरी ने गुजरात के एजुकेशन सिस्टम, स्कूल एजुकेशन, छात्रों के अटेंडेंस और एग्जाम के लिए अपनाए ऑनलाइन सिस्टम की भी जानकारी ली. गुजरात के शिक्षा सचिव विनोद राव ने नरेंद्र मोदी के सीएम कार्यकाल के दौरान एजुकेशन क्वॉलिटी में सुधार के लिए की गई पहल के बारे में बताया. केरल के अफसरों को बताया गया कि कैसे टेक्नॉलजी का उपयोग कर गुजरात की शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन किया गया. केरल के मुख्य सचिव ने भी इस सिस्टम में रुचि दिखाई. गुजरात सरकार ने इस टेक्नॉलजी और सॉफ्टवेयर देने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया है.
बता दें कि केरल के अफसरों के गुजरात दौरे की कांग्रेस ने आलोचना की है. केरल कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन राज्य में गुजरात मॉडल लागू करने का प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस नेता सुधाकरन ने आरोप लगाया है कि गुजरात में केरल के अधिकारियों की यात्रा को भाजपा और माकपा में प्रशासन के स्तर पर संबंधों के प्रसार के रूप में देखा जाना चाहिए. उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के बीच व्यक्तिगत संबंध हैं, इसलिए केरल सरकार गुजरात मॉडल को प्रमोट कर रही है. राज्य विधानमंडल के विपक्षी नेता वीडी सतीशन ने राज्य सरकार से सवाल पूछा था कि भारतीय जनता पार्टी के साथ उनके प्रेम का क्या कारण है?. क्या वह (मुख्यमंत्री) पीएम मोदी से मिलने और उनसे सुशासन का ज्ञान लेने के लिए खुद भी दिल्ली जाएंगे ?
पढ़ें : केरल सरकार ने गुजरात मॉडल के अध्ययन के लिए CS को गुजरात भेजा, कांग्रेस ने की निंदा