नई दिल्ली : अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने कहा है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और लोकतांत्रिक शासन की जरूरत है, इसलिए भारत महत्वपूर्ण है. केन जस्टर ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच जितना व्यापक और ठोस द्विपक्षीय संबंध है, उतना पूरी दुनिया में कोई नहीं है.
उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए दिशानिर्देश बनाने की जरूरत है और आवश्यकता पड़ने पर 'रेड लाइंस' बनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों को अमेरिकी सेना से अधिक बेहतर साझीदार नहीं मिलेगा.
उन्होंने 2017 में राष्ट्रपति ट्रंप ने स्वतंत्र और ऑपेन इंडो-पैसिफिक के लिए अमेरिकी विजन का वर्णन करते हुए कहा कि विविध संस्कृतियों वाले संप्रभु और स्वतंत्र राष्ट्रों के रूप में एक साथ पक्ष और स्वतंत्रता और शांति में पनप सकते हैं.
केन ने कहा कि इंडो-पैसिफिक यूएस-इंडिया संबंधों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसने वास्तविकता को स्वीकार किया है कि भारत और हिंद महासागर पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में अटूट हैं. इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाएं और सबसे अधिक आबादी वाले देश शामिल हैं.
50 फीसदी से अधिक अंतरराष्ट्रीय व्यापार यहां के पानी से गुजरता है. क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है और तेजी से अंतरराष्ट्रीय प्रणाली विकसित करने का केंद्र बन रहा है.