कवर्धा:छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण (Corona virus) का स्कूली बच्चों की शिक्षा पर बुरा प्रभाव पड़ा है. राज्य में करीब डेढ़ साल तक स्कूल बंद रहे थे. हालांकि स्कूल शिक्षा विभाग ने इस बीच बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए कई प्रयास किए हैं. विभाग ने राज्य में 'मोहल्ला क्लास' लगाई, ऑनलाइन माध्यम से कक्षाएं संचालित की गई. इसके अलावा बिना परीक्षा के बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट भी कर दिया दिया. जिसका असर अब धीरे-धीरे सामने आने लगा है.
ये है राज्य में बच्चों का हाल
संक्रमण के दौर में छत्तीसगढ़ के अधिकांश इलाकों से 'मोहल्ला क्लास' के ठीक से संचालित न होने की कई शिकायतें सामने आई थी. ऑनलाइन कक्षाएं भी अच्छे तरीके से संचालित नहीं हो पाई थी. लिहाजा अब राज्य के बच्चों का यह हाल है कि चौथी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को ठीक से हिन्दी पढ़नी तक नहीं आ रही है.
जिला शिक्षा अधिकारी ने ली क्लास
छत्तीसगढ़ में 2 अगस्त से स्कूल खुलने के बाद कवर्धा जिले के जिला शिक्षा अधिकारी राकेश पांडेय स्कूलों और मोहल्ला कक्षाओं का जायजा ले रहे हैं. जिससे शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है. शिक्षा अधिकारी के दौरे के दौरान पता लगा है कि बच्चों का भविष्य गढ़ने वाले शिक्षक कितने पानी में हैं. गणित, अंग्रेजी तो दूर की बात बहुत से शिक्षक हिन्दी की सामान्य जानकारी तक नहीं दे पा रहे हैं.