प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कथक वादक पंडित बिरजू महाराज के निधन पर शोक व्यक्त किया और शोक व्यक्त किया है. वहीं, उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने भी शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि कथक सम्राट, पद्म विभूषण पंडित बिरजू महाराज जी का निधन अत्यंत दुःखद है. उनका जाना कला जगत की अपूरणीय क्षति है. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें.
कथक नर्तक पं. बिरजू महाराज का निधन, पीएम मोदी और योगी ने जताया शोक
09:32 January 17
पीएम मोदी सीएम योगी ने जताया शोक
07:16 January 17
दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन
नई दिल्ली:प्रसिद्ध कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज (Birju Maharaj) का निधन हो गया. वे 83 साल के थे. उनके परिवार के लोगों ने यह जानकारी दी. बिरजू महाराज का असली नाम बृजमोहन मिश्रा था. उनका जन्म 4 फरवरी 1938 को लखनऊ में हुआ था.
जानकारी के मुताबिक मशहूर कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज (Birju Maharaj) का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ. बता दें, पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) से सम्मानित 83 साल के बिरजू महाराज ने रविवार और सोमवार की दरमियानी रात अंतिम सांस ली. उनके पोते स्वरांश मिश्रा ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस बारे में जानकारी दी. गायक अदनान सामी (Adnan Sami) ने भी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
07:05 January 17
83 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
गायक अदनान सामी ने सोशल मीडिया पर लिखा- महान कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज जी के निधन की खबर से बहुत ज्यादा दुखी हूं. आज हमने कला के क्षेत्र का एक अनोखा संस्थान खो दिया. उन्होंने अपनी प्रतिभा से कई पीढ़ियों को प्रभावित किया है.
बिरजू महाराज का जीवन परिचय
लखनऊ घराने से ताल्लुक रखने वाले बिरजू महाराज का जन्म 4 फरवरी 1938 को लखनऊ में हुआ था. इनका असली नाम पंडित बृजमोहन मिश्र था. ये कथक नर्तक होने के साथ साथ शास्त्रीय गायक भी थे. बिरजू महाराज के पिता और गुरु अच्छन महाराज, चाचा शंभु महाराज और लच्छू महाराज भी मशहूर कथक नर्तक थे. बिरजू महाराज ने देवदास, डेढ़ इश्किया, उमराव जान और बाजी राव मस्तानी जैसी फिल्मों के लिए डांस कोरियोग्राफ किया था. इसके अलावा इन्होंने सत्यजीत राय की फिल्म 'शतरंज के खिलाड़ी' में म्यूजिक भी दिया था.
बिरजू महाराज को 1983 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. इसके साथ ही इन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कालिदास सम्मान भी मिला है. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और खैरागढ़ विश्वविद्यालय ने बिरजू महाराज को डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी दी थी. साल 2012 में विश्वरूपम फिल्म में डांस कोरियोग्राफी के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. 2016 में बाजीराव मस्तानी के 'मोहे रंग दो लाल' गाने की कोरियाग्राफी के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था.