बांदीपोरा/बडगाम: टी20 विश्व कप मैच में भारत के खिलाफ पाकिस्तान की जीत पर कथित रूप से जश्न का संदेश पोस्ट करने के आरोप में यूपी की जेल में बंद कश्मीरी छात्रों के परिवारवालों ने बेटों की रिहाई की अपील की है. उनके परिवारवालों का कहना है कि बेटों को मानवीय आधार पर रिहा कर दिया जाए.
प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना पर राजा बलवंत सिंह (आरबीएस) इंजीनियरिंग टेक्निकल कॉलेज आगरा में पढ़ रहे कश्मीर के बडगाम और बांदीपोरा जिलों के अर्शीद यूसुफ, इनायत अल्ताफ शेख और शौकत अहमद को गुरुवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस ने उन पर 124A IPC (देशद्रोह) के तहत मामला दर्ज किया है. हालांकिएक अंग्रेजी राष्ट्रीय दैनिक ने अपनी रिपोर्ट में कॉलेज के अधिकारियों के हवाले से कहा था कि छात्रों ने राष्ट्र विरोधी नारे नहीं लगाए.
कॉलेज के निदेशक (शिक्षाविद) बीएसकेबीएस कुशवाहा का कहना है कि, 'छात्रों ने पाकिस्तान समर्थक नारे नहीं लगाए.' दरअसलमैच के बाद स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराने के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने कॉलेज परिसर में विरोध प्रदर्शन किया था.
मानवीय आधार पर रिहा करने की अपील
गिरफ्तार छात्रों में से एक शाहगुंड बांदीपोरा के शौकत अहमद गनी की मां ने 'ईटीवी भारत' से बात की. उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी से पहले बुधवार शाम को बेटे से बात हुई थी उसके बाद से कोई संपर्क नहीं हो सका है. उन्होंने कहा कि 'बेटे से कोई संपर्क नहीं है और न ही उसके ठिकाने के बारे में पता है. न ही पुलिस और न ही जम्मू-कश्मीर सरकार के किसी प्रशासनिक अधिकारी ने हमें कोई सूचना दी है. हम सभी चिंतित हैं और पूरा परिवार मानसिक आघात में है. उसके पिता मजदूरी करते हैं. हम इतने गरीब हैं कि उसके लिए एक वकील का खर्च नहीं उठा सकते.'परिवार ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मानवीय आधार पर उनके बेटे को रिहा करने और माफ करने की अपील की है.