श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को शहीद दिवस पर एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अपनी पार्टी कार्यालय तक पैदल जाना पड़ा. वहीं, राज्य की एकमात्र पूर्व महिला मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष ने दावा किया है कि वह श्रीनगर के खिंबर इलाके में अपने घर पर 'नजरबंद' हैं.
उन्होंने ट्वीट किया 'आज शहीदों के कब्रिस्तान का दौरा करने की इच्छा के कारण मुझे घर में नजरबंद कर दिया गया है. यह ऐसे समय में है जब जीओआई (भारत सरकार) ने विश्वासघात के एक कृत्य अनुच्छेद 370 के अवैध निरस्तीकरण को उचित ठहराने के लिए SC में सामान्य स्थिति के अपने बड़े दावों का इस्तेमाल किया है.
उन्होंने कहा कि 'भाजपा नफरत और विभाजन फैलाने वाले अपने नायकों सावरकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, माधव सदाशिवराव गोलवलकर और नाथूराम गोडसे को हम पर थोप नहीं सकती. हमारे लिए जिन लोगों ने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की जड़ें जमाने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया, उनके साहसपूर्ण कार्य की हमेशा सराहना की जाएगी.'
शहीद दिवस के मौके पर शहीदों को सलाम करते हुए उन्होंने कहा, 'हम आपको हमारे इतिहास को विकृत करने या हमारे नायकों को भूलने की अनुमति नहीं देंगे. शहीद दिवस के अवसर पर, मैं अंत तक तानाशाहों के खिलाफ बहादुरी से लड़ने के लिए उनके साहस को सलाम करती हूं.'