नई दिल्ली : सुहागिन महिलाओं का त्योहार करवा चौथ (karwa chauth) इस बार 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा. हिंदू धर्म में करवा चौथ व्रत का बहुत महत्व है. सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए यह व्रत रखती हैं. करवा चौथ का व्रत निर्जला व्रत होता है. ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास बताते हैं कि पति की लंबी आयु और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना से महिलाएं इस व्रत में पूरे दिन निर्जला रहती हैं. यानी जल तक ग्रहण नहीं करतीं. ये हिन्दू कैलेण्डर के कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और शाम में चंद्रमा को देखकर ही व्रत खोला जाता है.
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि ये व्रत खासतौर से उत्तर भारत जैसे-पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार में ही किया जाता है. इस दिन भगवान गणेश और शिव-पार्वतीजी के साथ करवा माता की पूजा की जाती है. करवा चौथ व्रत को कठिन व्रतों में से एक माना गया है. इसका कारण ये है कि इस दिन रात को चंद्रमा दर्शन के बाद ही व्रती महिलाएं व्रत का पारण करती हैं. मान्यता है कि वट सावित्री व्रत की तरह ही करवा चौथ व्रत करने से भी पति को लंबी आयु प्राप्त होती है और वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है. साथ ही व्रत करने वाली महिलाओं का अखंड सौभाग्य भी बना रहता है.
करवा चौथ पर बन रहा विशिष्ट संयोग
अनीष व्यास बताते हैं कि इस साल यानी 2021 में एक शुभ और विशिष्ट संयोग करवा चौथ व्रत के दिन निर्मित हो रहा है. पंचांग के मुताबिक, इस बार करवा चौथ का चांद रोहिणी नक्षत्र में निकलेगा. मान्यता के अनुसार, इस नक्षत्र में व्रत रखना अति शुभ माना जाता है.
चंद्र दर्शन का समय
मान्यता ये भी है कि ऐसे समय में चंद्र दर्शन मनवांछित फल प्रदान करता है. इस बार करवा चौथ को यानी रविवार 24 अक्टूबर को चांद रात 08:07 मिनट पर निकलेगा. ऐसे में इसी समय व्रती महिलाओं को चंद्र दर्शन हो सकता है. चंद्र दर्शन के बाद ही व्रती महिलाएं व्रत खोलेंगी.
करवा चौथ शुभ मुहूर्त
- करवा चौथ का व्रत 24 अक्टूबर 2021
- चतुर्थी तिथि आरंभ- 24 अक्टूबर 2021 को सुबह 03:01 मिनट से
- चतुर्थी तिथि समाप्त- 25 अक्टूबर 2021 को सुबह 05:43 मिनट पर
- करवा चौथ व्रत पूजा शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर को शाम 05:43 मिनट से 06:59 मिनट तक रहेगा