भुवनेश्वर :देशभर में शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा मनायी जा रही है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और दीपदान करने की परंपरा है. कहीं, श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं, तो कहीं दीप दान कर अपनी वाणिज्य परंपरा को याद कर रहे हैं. इस दिन किए गए स्नान और दान से कभी न खत्म होने वाला पुण्य मिलता है. व्रत, पूजा-पाठ और दीपदान करने से जाने-अनजाने में हुए हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं. पुराणों में भी इस दिन को पुण्य देने वाला पर्व बताया गया है.
पिछले दो सालों से कोविड-19 महामारी की वजह से कार्तिक पूर्णिमा पर किसी भी प्रकार की पूजा-अर्चना, स्नान-दान आदि पर प्रतिबंद्ध लगा दिया गया था. अब प्रतिबंद्ध हटाए जाने के बाद ओडिशा के विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं ने नौवाणिज्य की पुरातन परंपरा को याद किया है.