सिरसी/बेंगलुरु : कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कुडलिगी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक एन वाई गोपालकृष्ण ने शुक्रवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.
गोपालकृष्ण ने विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी से उनके कार्यालय में मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच गोपालकृष्ण ने कहा कि वह राजनीति से संन्यास पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मेरी उम्र 72 वर्ष है और इस उम्र में मैं जिम्मेदारी नहीं उठा सकता. उम्र के साथ-साथ स्वास्थ्य भी इसका कारण है. दूसरे किसी दल में शामिल होने के बारे में मैंने अभी तक सोचा नहीं है. मेरी योजना है कि मैं राजनीति से संन्यास लूं.'
भाजपा नेता ने संकेत किया कि उनका पुत्र 'किसी भी दल से चुनाव लड़ने को इच्छुक है और उनके इस्तीफे के कारणों में यह भी एक था. खबरों के अनुसार, उन्होंने हाल ही में राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं डी के शिवकुमार और सिद्दरमैया से मुलाकात और चर्चा की थी.
छह बार के विधायक गोपालकृष्ण पहले कांग्रेस में ही थे. वह चित्रदुर्ग जिले के मोलाकलमुरु विधानसभा क्षेत्र से चार बार (1997, 1999, 2004 और 2008) चुनाव जीत चुके हैं। भाजपा में शामिल होने और कुडलिगी से चुनाव जीतने से पहले वह बल्लारी विधानसभा क्षेत्र का भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.
वर्ष 2018 में कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने पर वह चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे. पार्टी ने उन्हें मोलाकलमुरु के बजाय विजयनगर जिले के कुडलिगी से टिकट दिया, क्योंकि वरिष्ठ नेता श्रीरामुलु को मोलाकलमुरु से मैदान में उतारा गया था। श्रीरामुलु ने यहां से जीत दर्ज की थी.
जद (एस) के वरिष्ठ विधायक रामास्वामी ने इस्तीफा दिया :उधर, जनता दल (एस) के वरिष्ठ नेता ए टी रामास्वामी ने शुक्रवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. वह अर्कलगुड से विधायक थे.