बेलगावी :विधानसभा चुनाव नजदीक होने के बावजूद राजनीतिक दल गन्ना किसानों की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए गहरी दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं, जिसके कारण विशेष रूप से बेलगावी जिले के किसानों में रोष है. गन्ना किसान उनकी फसल का वाजिब मूल्य दिलाने की मांग को लेकर पिछले कई दशकों से संघर्ष कर रहे हैं. किसानों की पुकार सत्ताधारी सरकारों द्वारा नहीं सुनी जा रही है.
बेलगावी जिले में कुल 10 लाख हेक्टेयर भूमि है, जिसमें से 7 लाख हेक्टेयर भूमि पर किसान खेती करते हैं. तीन लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की खेती होती है. रिपोर्ट के अनुसार पूरे राज्य में सबसे अधिक गन्ने की खेती बेलगावी जिले में की जाती है.
प्रदेश में इस वर्ष कुल 6,01,12,006 मीट्रिक टन गन्ने की पिराई हुई है तथा 6,26,13,935 मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन हुआ है. अकेले बेलगावी जिले में 2,09,94,484 मीट्रिक टन गन्ने की पिराई की गई है और 2,20,38,703 मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन किया गया है.
गुजरात राज्य में प्रति टन गन्ने की औसत कीमत 4,000 रुपये प्रति टन है. किसानों को शुद्ध मूल्य का भुगतान किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश और पंजाब में 3,500 रुपये प्रति टन मिल रहा है. हालांकि, कर्नाटक में गन्ने में चीनी की मात्रा अधिक है और उप-उत्पादों पर आय भी अच्छी है. कर्नाटक में गन्ना उद्योग का कुल कारोबार 59 हजार करोड़ रुपए है. गन्ने से उत्पादित स्प्रिट से होने वाली आय भी औसतन 4900 रुपये प्रति टन है. इथेनॉल और उप-उत्पादों से होने वाली आय भी पर्याप्त है.
इंडियन फार्मर्स सोसायटी के राज्य अध्यक्ष और कर्नाटक गन्ना नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सिदागौड़ा मौदगी (Sidagowda Moudagi) ने मांग की है कि कर्नाटक में दरें गुजरात मॉडल के आधार पर तय की जानी चाहिए. परिवहन लागत निकालने वाले किसानों को शुद्ध लाभ प्राप्त होना चाहिए. किसानों के कृषि उत्पादों को ले जाने वाले वाहनों को टोलगेट पर मुफ्त में जाने की अनुमति दी जानी चाहिए.
उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के वित्तीय सलाहकार सी. रंगराजन की रिपोर्ट में 70:30 के अनुपात में लाभांश वितरण का जिक्र है, लेकिन गन्ना किसान इस बात से नाखुश हैं कि किसानों को कोई लाभांश नहीं दिया जा रहा है. प्रति किमी गन्ने की परिवहन लागत के मापदंड का पालन किया जाए. इससे स्थानीय कारखानों को गन्ने की अधिक आपूर्ति होगी और चीनी उत्पादन में वृद्धि होगी. फैक्ट्रियों को भी फायदा होगा.