बेंगलुरु (कर्नाटक):बेंगलुरु साउथ डिवीजन पुलिस ने जेपीनगर और जयनगर थाने से जुड़े तीन अलग-अलग मामलों में कुल 17 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. सभी आरोपी नेपाली मूल के बताए जा रहे हैं, जो अपना हुनर दिखाकर काम करने के बहाने घरों में शरण लेते थे. गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान नेत्रा शाही, लक्ष्मी सेजुअल, गोरक बहादुर, भीम बहादुर, अंजलि, अबेश शाही, प्रशांत, प्रकाश, अर्जुन साई, पूरन शै, हरीश शै, रमिता ठाकुर, बिकास, हेमंत, सुष्मिता, रोशन पदम और प्रेम के रूप में हुई है.
पुलिस के मुताबिक जेपीनगर में प्रेम और लक्ष्मी सेजूवाल दंपत्ति को तीन महीने पहले एक मकान में काम के लिए रखा गया था. 28 फरवरी को जब घर के मालिक दंपति तिरुपति गए, तो उनके बेटे किरण को आरोपियों ने नींद की गोलियां खिला दीं. उसके बाद दंपति ने अपने साथी नेत्रा शाही, गोरक बहादुर, भीम बहादुर, अंजलि, अबेश शाही, प्रशांत, प्रकाश को रात में अपने घर बुला लिया और बिना किसी डर के घर से सोने के जेवरात और नकदी लूट कर फरार हो गए.
किरण जब आधी रात को उठा तो पता चला कि उसके घर में चोरी हो गई है. इस संबंध में जेपीनगर थाने में मामला दर्ज किया गया था. जेपीनगर थाने की पुलिस ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में अभियान चलाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार लोगों के पास से एक किलो 173 ग्राम सोना, 350 ग्राम चांदी, 77.69 लाख नकदी, एक लाइसेंसी पिस्टल, तीन जिंदा गोलियां बरामद हुईं हैं.