बेंगलुरु : 35 वर्षीय टी. सिद्धलिंगप्पा और उसकी प्रेमिका चंद्रकला ने जिस क्रूरता से हत्याएं कीं, उससे पुलिस भी हैरान रह गई. दोनों फिलहाल राज्य की जेल में बंद हैं. एक दूसरे से 24 किलोमीटर दूर पाए गए आधे कटे, बिना सिर वाले महिलाओं के शवों के रहस्य को सुलझाने के लिए पुलिस ने डेडिकेटेड टीम से जांच करवाई. सिद्धलिंगप्पा और चंद्रकला ने कम से कम पांच महिलाओं को क्रूर तरीके से मारने की योजना बनाई थी.
जांच में सामने आया कि सिद्धलिंगप्पा ने अपनी प्रेमिका को खुश करने के लिए ऐसा किया था. उसने पुलिस को बताया कि इन महिलाओं का भयानक अंत इसलिए हुआ, क्योंकि उन्होंने उसकी प्रेमिका को वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया था. इससे नाराज होकर सिद्धलिंगप्पा ने उन्हें बेहद क्रूर तरीके से मारने की साजिश रची.
मामला: 8 जून को कर्नाटक के मांड्या जिले में एक जल नहर के पास अलग-अलग स्थानों पर दो महिलाओं के कटे हुए शव पाए गए. शवों का ऊपरी हिस्सा कटा हुआ था और कूल्हे से शरीर के हिस्से अर्ध-विघटित अवस्था में पाए गए थे. हत्यारों ने दोनों महिलाओं के शरीर का ऊपरी हिस्सा काटकर अलग कर दिया था और निचले हिस्से को बोरे में भरकर दो अलग-अलग जगहों पर नहर में फेंक दिया था.
के. बेट्टनहल्ली के पास बेबी लेक नहर में एक कटा हुआ शव बरामद किया गया. दूसरा अरकेरे गांव के पास सीडीएस नहर में पाया गया, जो क्रमशः मांड्या जिले के पांडवपुरा शहर और अरकेरे पुलिस स्टेशनों के अंतर्गत आता है. हत्यारों ने क्षत-विक्षत शवों के पैर बांध दिये थे.
हत्यारों की बर्बरता से स्थानीय लोग सदमे में थे और इससे इलाके में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई थी. जांच की निगरानी करने वाले मांड्या जिले के पुलिस अधीक्षक यतीश ने बताया कि पुलिस विभाग ने मामले को एक चुनौती के रूप में लिया. न केवल मानवीय बल्कि व्यापक तकनीकी प्रयास भी किए गए. मामले को सुलझाने में लगभग 50 दिन लग गए. 40 से 50 पुलिस वालों की एक टीम ने तीन से चार राज्यों की यात्रा की और जानकारी इकट्ठा की.
उन्होंने कहा, “यह एक भयावह घटना थी. हमें उम्मीद नहीं थी कि कोई महिला उसके साथ शामिल होगी, यह हमारे लिए एक झटका था. हमें समझ नहीं आया कि ये हत्याएं क्यों और किसने कीं. वह वास्तव में कुछ और महिलाओं को मारने की योजना बना रहा था.”
ये पैसे का मामला नहीं था. वह महिला उसकी प्रेमिका थी. हालांकि उसका एक परिवार था, फिर भी वह उसके साथ रहता था. जिन महिलाओं की उसने हत्या की, उन्होंने उसे वेश्यावृत्ति में धकेल दिया था. यतीश ने बताया कि सिद्धलिंगप्पा अपनी प्रेमिका को लेकर अत्यधिक संवेदनशील था और उसने क्रूरतापूर्वक हत्याओं को अंजाम दिया.
उन्होंने कहा,“हमें भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सावधान रहना होगा. शवों की पहचान करना बहुत मुश्किल था. पहचान होने के बाद चार-पांच दिन में ही हत्यारे पकड़ लिये गये. हत्याएं सबसे क्रूर थीं, हम इस पर अधिक टिप्पणी नहीं कर सकते.''