बेंगलुरु:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने शनिवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वह दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं. सिद्धरमैया के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने भी शपथ ग्रहण की, जो राज्य सरकार में उप मुख्यमंत्री होंगे. वहीं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जी परमेश्वर, एम बी पाटिल, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन कार्जुन खरगे के पुत्र प्रियंक खरगे, वरिष्ठ नेता के एच मुनियप्पा, के जे जॉर्ज, सतीश जार्कीहोली, रामालिंगा रेड्डी और बी जेड जमीर अहमद खान ने मंत्री पद की शपथ ली.
राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने स्थानीय श्री कांतीरवा स्टेडियम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सिद्धरमैया, शिवकुमार और अन्य नेताओं को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ समारोह विपक्ष के कई प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में आयोजित हुआ. कांग्रेस ने इस समारोह के माध्यम से विपक्षी एकजुटता का संदेश देने का प्रयास किया. शपथ समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती और कई अन्य विपक्षी नेताओं ने भी इस समारोह में शिरकत की.
कांग्रेस ने दक्षिण भारत के इस महत्वपूर्ण राज्य में सरकार गठन में सामाजिक समीकरण को साधने का प्रयास किया है. मुख्यमंत्री सिद्धरमैया कुरुबा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और उप मुख्यमंत्री शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं. वहीं, परमेश्वर, मुनियप्पा और प्रियंक दलित समुदाय से संबंध रखते हैं, जबकि एम बी पाटिल लिंगायत समुदाय से आते हैं. खान मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और जॉर्ज का संबंध ईसाई समुदाय से है. जार्कीहोली अनुसूचित जनजाति समुदाय से आते हैं, जबकि रामालिंगा रेड्डी का संबंध रेड्डी जाति से है.
कर्नाटक मंत्रिमंडल में मंत्रियों की स्वीकृत संख्या 34 है. फिलहाल मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री समेत कुल 10 सदस्य हैं. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. सिद्धरमैया इससे पहले मई 2013 से मई 2018 के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। कभी जनता दल और जनता दल (सेक्युलर) का हिस्सा रहे सिद्धरमैया दो बार राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं. पिछली विधानसभा में वह नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे थे.
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वहीं, कर्नाटक में कांग्रेस के संकटमोचक कहे जाने वाले शिवकुमार पिछले लगभग तीन वर्षों से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. वह प्रदेश में कांग्रेस की पिछली कुछ सरकारों में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. कांग्रेस विधायक दल की बृहस्पतिवार को हुई बैठक में सिद्धरमैया को औपचारिक रूप से नेता चुना गया था, जिसके बाद उन्होंने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया था. कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटें अपने नाम की थीं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीटें हासिल की थीं.
प्रधानमंत्री मोदी ने सिद्धरमैया, शिवकुमार को बधाई दी :प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और डी. के. शिवकुमार को क्रमश: कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी. सिद्धरमैया और शिवकुमार के साथ आठ विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'सिद्धरमैया जी को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की और डीके शिवकुमार जी को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई। सार्थक कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं.' इसके अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अपने उत्तराधिकारी सिद्धरमैया को नये मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने ट्वीट किया, 'सिद्धरमैया को कर्नाटक के नये मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने और उनके कैबिनेट सहयोगियों को हार्दिक बधाई.'
(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)