Mysuru Jamboo Savari : विजयादशमी पर मैसूर में निकाली गई जंबू सावरी जुलूस, कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया ने की नंदी ध्वज पूजा
पारंपरिक मैसूर दशहरा उत्सव में हिस्ला लेने के लिए कर्नाटक के सीएम सिद्दारमैया और डीप्टी सीएम डीके शिवकुमार यहां पहुंचे. मैसूर के पुलिस आयुक्त रमेश बनोठ ने बताया कि जुलूस के मार्ग पर 6,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए. पढ़ें पूरी खबर... Mysuru Jambu Savari, Tight police security, All preparations for the traditional jumbu ride, Mysore Dussehra
मैसूर : विश्व प्रसिद्ध पारंपरिक मैसूर दशहरा की शुरुआत हो चुकी है. यह उत्सव मैसूर शहर में बहुत धूमधाम से मनाया जा रहा है. मैसूर के पूर्व राजा यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियार ने भी उत्सव में भाग लिया. इस दौरान मैसूर के पूर्व राजा यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियार ने पूजा-अर्चना कर मैसूर दशहरा समारोह की शुरुआत की. उत्सव में राज्य और देश के कई हिस्सों ने लोग पहुंचे, जिससे यहां हजारों लोगों की भीड़ हुई.
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार मैसूर दशहरा उत्सव में शामिल हुए. मैसूरु में दशहरा उत्सव पर कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि 'राज्य में मुफ्त बस सेवा का लाभ उठाने वाली महिलाओं सहित लाखों लोग इस त्योहार को देखने के लिए मैसूरु आए हैं. यह राज्य में कांग्रेस सरकार की ताकत है.'
राजमहल में सुबह से ही विजयादशमी की रस्में शुरू हो गईं. राजा यदुवीर ने कल्याण मंडपम में शस्त्रों की पूजा की. बाद में, उन्होंने वज्रमुष्टि कलागा देखा. यदुवीर कृष्ण दत्त चामराजा वोडेयार ने सोने की परत वाली पालकी में हथियार रखे और शुभ लग्न पर 11:40 से 11:40 तक महल से भुवनेश्वरी मंदिर तक शाही जुलूस निकाला और वहां पूजा की. इसके बाद राजपरिवार महल लौट आया. इस पूजा से 10 दिनों के नवरात्रि अनुष्ठान पूर्ण होते हैं.
इस दौरान भव्य हाथी की सवारी की जुलूस की औपचारिक शुरुआत देवी श्री चामुंडेश्वरी को पुष्पांजलि अर्पित करके की गई. हाथी की सावरी जुलूस के लिए 47 चित्र और मंडलियां तैयार की गईं. सीएम सिद्धारमैया और गणमान्य लोग दोपहर को इस उत्सव को बनाने के लिए यहां पहुंचे और शुभ मकर लग्न पर नंदी ध्वज की पूजा की. इसके माध्यम से जुलूस की शुरुआत की गई. उसके बाद, चित्र, कला मंडली और लक्षित हाथी जुलूस शुरू किया गया.
शुभ मीना मुहूर्त में, गणमान्य व्यक्तियों ने श्री चामुंडेश्वरी देवी को फूल चढ़ाये. जिसके बाद अभिमन्यु हाथी को लाया गया. इसके साथ ही जुलूस शुरू हुआ. यह जुलूस राजपथ पर करीब 5 किलोमीटर तक चला. बाद में यह जुलूस बन्नीमंतपा में समाप्त हुआ. जुलूस में देश की कला, संस्कृति और सरकारी परियोजनाओं को दर्शाने वाली फिल्में भी चलीं. जुलूस के मार्ग पर 6,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए. एक डीआइजी, 8 एसपी, 10 एडिशनल एसपी, सीसीटीवी कैमरे, खुफिया विभाग के अधिकारियों की भारी तैनाती की गयी.
शाम 7.30 बजे बन्नीमंतपा मैदान में एक शानदार पंजिना काव्य का आयोजन किया जाएगा. इसमें राज्यपाल थावर चंद गहलोत, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और कई अन्य लोग हिस्सा लेने पहुंचे. अंबारी से निकलने वाले रास्ते पर भारी सुरक्षा के साथ-साथ अंबारी हाथी के आसपास भी सुरक्षा व्यवस्था की गई. एक विशेष पुलिस इकाई तैनात की गई है. इसमें बम खोजी एवं दमन दस्ता, श्वान दस्ता भी तैनात किये गये हैं.