मांड्या: कर्नाटक का मांड्या शहर आज पूरी तरह से ठप हो गया. जिला किसान कल्याण समिति ने तमिलनाडु को कावेरी जल छोड़े जाने की निंदा करने के लिए मांड्या जिले में बंद का आह्वान किया. जिला कल्याण समिति और विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को बैठक की और आज बंद का आह्वान किया था. हितरक्षा समिति के पदाधिकारियों ने होटल, बेकरी, सिनेमा हॉल सहित सभी प्रकार की दुकानें बंद करने का अनुरोध किया है. जिसका व्यापक असर दिख रहा है.
वहीं, आम आदमी पार्टी की ओर से शनिवार को बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में कावेरी संघर्ष पर सभी संगठनों की बैठक बुलाई गई, जिसमें 26 सितंबर को शहर बंद का आह्वान किया गया. यह जानकारी किसान नेता कुरुबुरु शांताकुमार ने दी. आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री चंद्रू ने सरकार सवाल किया कि मेकेदातु योजना को चुनावी मुद्दा बनाकर सत्ता हासिल की, लेकिन अब तक इस योजना की शुरुआत क्यों नहीं की गई. बैठक में आप, किसान संगठनों के महासंघ, कन्नड़ संगठनों के महासंघ समेत अन्य संगठनों के नेता और पदाधिकारी मौजूद थे.
ऑटो चालक, निजी वाहन मालिक, स्टूडियो मालिक, जिले के सभी वर्ग के लोग, छात्र समूह, किसान संगठन, दलित संघर्ष समितियां, प्रगतिशील संगठन, कन्नड़ संगठन स्वेच्छा से बंद में भाग ले रहे हैं और अपना समर्थन दिखा रहे हैं. कावेरी पर सबका अधिकार है. मांड्या, मद्दूर, मालवल्ली, श्रीरंगपट्टनम, पांडवपुर, केआर जिला कल्याण समिति ने पीट और नागमंगला तालुकों में बंद में सहयोग करने का अनुरोध किया है.
किसान संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि यह राज्य सरकार, विपक्षी दलों और सांसदों के लिए एक सतर्क सबक होना चाहिए. कावेरी राज्य की संपत्ति है और इसकी रक्षा करना हर किसी का कर्तव्य है. इस संबंध में जिले के सभी दुकानदार एवं एसोसिएशन बंद में शामिल होकर सरकार को सचेत करें.