बेंगलुरु : कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत (governor Thawar Chand Gehlot) के सोमवार को अचानक दिल्ली जाने से राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है.
बताया जाता है कि 11 जुलाई को राज्य के नए राज्यपाल के रूप में शपथ लेने वाले थावर चंद गहलोत को सत्तारूढ़ और विपक्षी नेताओं से नियमित रूप से मिलने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया था. इसीक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा सहित वरिष्ठ मंत्रियों और विपक्षी नेताओं ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की थी.
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हालांकि राज्यपाल गहलोत शपथ लेने के नौवें दिन नई दिल्ली गए हैं, लेकिन प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर तरह-तरह की चर्चा है. एक तरफ राज्य सरकार अपनी दो साल की उपलब्धियों को लेकर तैयारी कर रही है, वहीं इस मौके पर राज्यपाल के दिल्ली दौरे से भाजपा नेता हैरान हैं. हो सकता है कि सीएम के इस्तीफे की जानकारी लेने राज्यपाल दिल्ली गए हों या राज्यपाल को कुछ जानकारी देने के लिए बुलाया गया हो.