नई दिल्ली : कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार (D K Shivakumar) नेशनल हेराल्ड धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए एक बार फिर सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए.
यह दूसरा मौका है, जब केंद्रीय एजेंसी मामले में उनका बयान दर्ज कर रही है. यह मामला धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज किया गया था.
कर्नाटक के पूर्व मंत्री शिवकुमार (60) ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने जांच के सिलसिले में एजेंसी द्वारा मांगे गए सारे दस्तावेज उसे सौंप दिए थे और समन टालने का अनुरोध करने के बावजूद उन्हें फिर से उपस्थित होना पड़ रहा है.
मामले में उनसे ईडी ने पिछली बार बीते महीने (अक्टूबर में) पूछताछ की थी, जिसके बाद उन्होंने मध्य दिल्ली में एजेंसी के एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित दफ्तर के बाहर संवाददाताओं से कहा था कि उनसे यंग इंडियन कंपनी, उनके परिवार के सदस्यों और उनसे (शिवकुमार से) संबद्ध संस्थाओं के बारे में कई सवाल पूछे गए. यंग इंडियन कंपनी के पास नेशनल हेराल्ड का मालिकाना हक है.
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल जैसे पार्टी के नेताओं से भी ईडी ने नेशनल हेराल्ड धन शोधन मामले में पिछले कुछ महीनों में पूछताछ की है. गांधी परिवार यंग इंडियन कंपनी में बड़ा अंशधारक है.
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(पीटीआई-भाषा)