नई दिल्ली:एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य विधानसभाओं और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 4,001 विधायकों में से 1,777 या 44 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले हैं. केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के घोषित आपराधिक मामलों वाले विधायकों की संख्या सबसे अधिक है.
देश भर के 1379 विधायकों में 479 विधायक तकरीबन 35 प्रतिशत इसमें शामिल हैं. इसके बाद कांग्रेस के 719 विधायकों में से 334 यानी 46 प्रतिशत आपराधिक मामले में संलिप्त हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि डीएमके के 131 विधायकों में से 99 यानी 76फीसदी इस वर्ग में शामिल हैं. इसके बाद टीएमसी के 227 विधायकों में से 95 यानी 42फीसदी आपराधिक हैं. वहीं, आप (APP) के 161 में से 93 यानी 58 प्रतिशत इस वर्ग में हैं.
गंभीर आपराधिक मुकदमों के मामले में भाजपा के विधायकों की संख्या सबसे अधिक 337 (कुल विधायकों का 25%), उसके बाद कांग्रेस के 194 (27%), टीएमसी के 77 (34%), राजद के 80 में से 49 (61%) हैं. सुहेलदेव भारतीय समाज हाल ही में एनडीए में शामिल हुआ है. एसबीएसपी के कुल 6 विधायकों में से 4 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं और इन चारों पर भी गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
अरबपति विधायकों के मामले में कर्नाटक सबसे आगे है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कांग्रेस के 719 विधायकों में से 33 (5%) अरबपति हैं, इसके बाद भाजपा के 1356 विधायकों में 24 यानी 2 फीसदी अरबपति हैं. इसी तरह, रिपोर्ट के अनुसार, सबसे अधिक संपत्ति वाले टॉप 10 विधायकों की सूची में कांग्रेस टॉप पर है. उसके 4 विधायक सूची में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. इसके बाद भाजपा है, इसके तीन विधायक हैं. फिर टीडीपी और वाईएसआरसीपी से 1-1 विधायक और एक निर्दलीय विधायक इस सूची में शामिल हैं.
इनमें 1413 करोड़ की कुल संपत्ति के साथ कर्नाटक कांग्रेस के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार हैं, जो सबसे अधिक संपत्ति के साथ सूची में टॉप पर हैं. इसके बाद कर्नाटक कांग्रेस के प्रियकृष्ण के पास 1156 करोड़ से अधिक की संपत्ति है. कर्नाटक कांग्रेस के सुरेश बीएस के पास 648 करोड़ से अधिक की संपत्ति है. फिर छत्तीसगढ़ कांग्रेस से टीएस बाबा के पास 500 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है.
जबकि कर्नाटक से निर्दलीय के एच पुट्टास्वामी गौड़ा के पास 1267 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. जबकि बीजेपी से जयंतीभाई सोमाभाई पटेल (गुजरात) की कुल संपत्ति 661 करोड़ से अधिक है, इसके बाद पराग शाह (महाराष्ट्र) की संपत्ति 500 करोड़ से अधिक है और महाराष्ट्र के मंगलप्रभात लोढ़ा की संपत्ति 441 करोड़ से अधिक है.
टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू भी 668 करोड़ से अधिक की कुल संपत्ति के साथ सूची में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं और वाईएसआरसीपी के प्रमुख येदुगुरी सैंडिंटि जगन मोहन रेड्डी के पास 500 करोड़ से अधिक की संपत्ति है. भाजपा के निर्मल कुमार धारा के पास सबसे कम घोषित संपत्ति 1,700 रुपये है, इसके बाद निर्दलीय उम्मीदवार मकरंदा मुदुली के पास 15,000 रुपये और आम आदमी पार्टी के नरिंदर पाल सिंह सावना के पास 18,370 रुपये है.
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रिपोर्ट के अनुसार, राज्य विधानसभाओं के 47 विधायकों ने हत्या (भारतीय दंड संहिता धारा -302) से संबंधित मामलों की जानकारी है. इनमें से 17 बिहार से हैं, इसके बाद पश्चिम बंगाल से 9, उत्तर प्रदेश से 4 और अन्य हैं. इनमें से 8 भाजपा से, 7 राजद से, 5 सीपीआई (एमएल) (एल) से, 4 कांग्रेस से हैं. राज्य/केंद्रशासित प्रदेश के अनुसार पिछले विधानसभा चुनावों के साथ राजनीतिक दल बदलने वाले मौजूदा विधायकों (12 जून 2023 तक) के अनुसार, 120 मौजूदा विधायकों ने अपनी पार्टियां बदल लीं, जिनमें से 32 कांग्रेस से, 13 जेडीयू से, 12 एसडीएफ से और 6 बसपा से हैं.