बेंगलुरु : कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राज्य प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और राज्य के गृह मंत्री परमेश्वर के साथ विपक्षी दलों के नेताओं की दूसरी बैठक की तैयारियों का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने शनिवार को कहा कि यह बैठक 17 जुलाई को बेंगलुरु में शुरू होगी. कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पहले ही शीर्ष विपक्षी नेताओं को दूसरी एकता बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित कर चुके हैं.
इसकी तैयारियों की समीक्षा के लिए दिल्ली के नेता राज्य में पहुंचे हैं. एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी सुरजेवाला ने बेंगलुरु में होने वाली बैठक की तैयारियों का अवलोकन किया. एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बेंगलुरु के ताज वेस्टएंड में बैठक का नेतृत्व करेंगे और कुल 24 प्रमुख दल भाग लेंगे. बैठक में कांग्रेस, आप, टीएमसी, डीएमके, जेडीयू, एनसीपी, केरल कांग्रेस (एम), केरल कांग्रेस (जे), आरएसपी, फॉरवर्ड ब्लॉक, वीसीके, एमडीएमके, अकाली दल, एसपी समेत 24 पार्टियों को आमंत्रित किया गया है.
बताया जा रहा है कि बैठक में केवल मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, प्रशासन, विपक्षी नेताओं और सत्तारूढ़ दलों के अध्यक्षों को ही आमंत्रित किया गया है, जबकि सांसदों और विधायकों को आमंत्रित नहीं किया गया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता जैसे सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, नेता तेजस्वी यादव, अखिलेश सिंह यादव, शरद पवार सूत्रों ने बताया कि बैठक में शामिल होंगे.
खड़गे ने लिखा विपक्षी नेताओं को पत्र : इससे पहले शीर्ष विपक्षी दल के नेताओं को संबोधित एक पत्र में, खड़गे ने विपक्षी नेताओं को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई 23 जून को पटना में आयोजित विपक्षी बैठक में उनकी भागीदारी के बारे में याद दिलाया. खड़गे ने अपने निमंत्रण पत्र में कहा कि पहली बैठक एक बड़ी सफल रही थी क्योंकि हम हमारी लोकतांत्रिक राजनीति को खतरे में डालने वाले विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने में सक्षम थे. उस बैठक में अगला आम चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सर्वसम्मति से सहमत हुए.
सूत्रों के मुताबिक, आठ नए दलों ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ एकजुट मोर्चा पेश करने के विपक्षी दलों के प्रयासों को अपना समर्थन दिया है. पिछले महीने बिहार के पटना में विपक्ष की बड़ी बैठक के बाद, 24 राजनीतिक दलों के शीर्ष नेता कर्नाटक के बेंगलुरु में होने वाली दूसरी बैठक में भाग लेंगे.