बेंगलुरु:कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Karnataka CM Siddaramaiah) ने कहा है कि महिलाओं को भी राज्य की प्रगति में समान रूप से भाग लेना चाहिए. वह महत्वाकांक्षी शक्ति योजना की शुरुआत के बाद बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि पांच गारंटी योजनाओं में से एक सरकारी बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा प्रदान करना भी था. सिद्धारमैया ने कहा कि शक्ति योजना महिलाओं के लिए एक कार्यक्रम है. उन्होंने कहा कि महिलाएं, जो समाज का आधा हिस्सा है उनका सदियों से शोषण किया जाता रहा है. सीएम ने कहा कि अल्पसंख्यक और महिलाएं साक्षरता से भी वंचित हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका में महिलाओं की भागीदारी लगभग 53 प्रतिशत, चीन में 54 प्रतिशत, ऑस्ट्रेलिया में 57 प्रतिशत, इंडोनेशिया में 57 प्रतिशत है. वहीं बांग्लादेश में यह 30 प्रतिशत और भारत में यह केवल 24 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि 2014 के बाद देश में यह दर 30 प्रतिशत से घटकर 24 प्रतिशत हो गई है. उन्होंने कहा कि जिन देशों में महिलाओं की भागीदारी अधिक होगी उनका विकास होगा. उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्त होने पर समाज में आर्थिक और सामाजिक असमानताओं को धीरे-धीरे कम किया जा सकता है.
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि सभी जातियों और धर्मों के गरीब आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त होंगे, इसलिए गृह ज्योति योजना 1 जुलाई से लागू की जाएगी. हम सभी जातियों और धर्मों के गरीब लोगों के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में काम करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी कोई जाति या धर्म नहीं है. उन्होंने कहा कि अपने पिछले कार्यकाल के दौरान 165 में से 158 वादों को पूरा किया था. उन्होंने कहा कि सभी गारंटी को लागू करने के लिए 59 हजार करोड़ रुपये की आवश्यकता है. सीएम ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम कितना पैसा खर्च कर रहे हैं, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि हम किसे दे रहे हैं.