बेंगलुरु : कर्नाटक में भाजपा युवा मोर्चा के एक नेता की हत्या के मामले की जांच से पता चला है कि कन्हैया लाल की हत्या की निंदा करने के लिए उन्हें निशाना बनाया गया था. कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के सुलिया निवासी और भाजपा युवा मोर्चा के सदस्य 31 वर्षीय प्रवीण कुमार नेट्टारू की मंगलवार रात हत्या कर दी गई. बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों ने उन पर तलवारों से हमला कर दिया और मौके से फरार हो गए.
हालांकि उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गर्दन पर लगी गहरी चोट के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया. प्रवीण की पुत्तूर के पास बेल्लारे गांव के पेरुवाजे क्रॉस में एक चिकन की दुकान थी. हिंदू कार्यकर्ताओं ने पहले दावा किया था कि चार दिन पहले अल्पसंख्यक समुदाय के एक युवक की हत्या की घटना का बदला लेने के लिए नेतरू को निशाना बनाया गया.
इस बीच, जांच से जुड़ी चीजों की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि नेट्टारू एक शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण जीवन जी रहे थे. उन्होंने कहा कि उन्हें सांप्रदायिक कारणों से निशाना बनाया गया. 29 जून को फेसबुक पर उनकी पोस्ट में धार्मिक कट्टरवाद के खिलाफ कठोर भाषा का इस्तेमाल किया गया था. सूत्रों ने कहा कि पोस्ट ने निलंबित भाजपा नेता नुपुर शर्मा के पैगंबर मुहम्मद के बयान का समर्थन करने के लिए राजस्थान के दर्जी कन्हैया लाल के सिर काटने के कृत्य की निंदा की थी.
राज्य के तटीय क्षेत्र में अस्थिर स्थिति के बाद और राज्य के अन्य हिस्सों में विरोध के डर के बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र और शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ एक आपातकालीन बैठक की. ज्ञानेंद्र ने कहा कि पुलिस ने 10 संदिग्धों को पकड़ लिया है और पुलिस की एक टीम केरल के लिए रवाना हो चुकी है. उन्होंने कहा, 'एक पैटर्न है. बदमाश यहां हत्याएं करते हैं और केरल भाग जाते हैं. इस बार कर्नाटक और केरल संयुक्त रूप से अभियान चलाएंगे.'