नई दिल्ली:बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) के कर्नाटक के मुख्यमंत्री (Karnataka CM) पद से सोमवार को इस्तीफा देने के बाद उनके उत्तराधिकारी के चयन के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान और जी किशन रेड्डी को केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में बेंगलुरु भेजने का फैसला किया है. यह जानकारी मंगलवार को भाजपा के सूत्रों ने दी.
माना जा रहा है कि लिंगायत नेता कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री होंगे. दो नाम फ्रंट रनर के रूप में नाम भी सामने आ रहे हैं. इनमें बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) (पूर्व गृह मंत्री) और अरविंद बेलाड (Aravind Bellad) (दूसरी बार विधायक) के नाम प्रमुख हैं. बेलाड पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता चंद्रकांत बेलाड के बेटे हैं. बोम्मई बीएस येदियुरप्पा (Yediyurappa) के भी वफादार माने जाते हैं. लेकिन कहा जा रहा है कि हाईकमान अगले सीएम के रूप में बेलाड के पक्ष में हैं.
सूत्रों के मुताबिक दोनों नेता आज शाम बेंगलुरु पहुंचेंगे जहां वह नये नेता के चयन के लिए होने वाली विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे. सूत्रों के मुताबिक विधायक दल की बैठक आज शाम साढ़े बजे होना प्रस्तावित है. पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी एल संतोष पहले से ही बेंगलुरू में डेरा डाले हुए हैं और पार्टी नेताओं से बैठकें कर रायशुमारी कर रहे हैं. येदियुरप्पा कर्नाटक के प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से आते हैं. ऐसी चर्चा है कि लिंगायत समुदाय के ही किसी प्रभावशाली नेता को मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपने पर भाजपा में विचार चल रहा है.
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येदियुरप्पा के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में जिन नामों की चर्चा चल रही है, उनमें केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि, बी एल संतोष और राज्य विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी शामिल हैं. राज्य के गृह मंत्री बसवराज एस बोम्मई, राजस्व मंत्री आर अशोक और उपमुख्यमंत्री सीएन अश्वत्थ नारायण के नाम भी चर्चा में हैं. येदियुरप्पा ने सोमवार को मुख्यमंत्री के रूप में अपने दो साल का कार्यकाल पूरा किया. इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा की थी. इसके बाद उन्होंने राज्यपाल थावरचंद गहलोत से राजभवन में मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया.