बेंगलुरु : कर्नाटक में हाई-वोल्टेज चुनाव प्रचार के बाद, लोग आज विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कर हैं. राज्य के सभी तीन प्रमुख राजनीतिक दलों - बीजेपी, कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) ने राज्य की 224-सीटों में बहुमत हासिल करने के लिए मतदाताओं को लुभाने, वादे करने और एक-दूसरे पर आरोप लगाने का प्रयास किया है. सरकार बनाने के लिए बहुमत का निशान 113 सीटों का है. जानकारों का मानना है कि लिंगायत और वोक्कालिगा मतदाता चुनाव में एक प्रमुख भूमिका निभाएंगे. यहां कुल आबादी के 17 प्रतिशत लिंगायत और 11 प्रतिशत वोक्कालिगा 11 प्रतिशत हैं.
Karnataka Assembly Election 2023 : इन प्रमुख उम्मीदवारों और सीटों पर रहेगी नजर
भाजपा इस बार राज्य में सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है. लेकिन, वह पूरी ताकत से दूसरे कार्यकाल के लिए लड़ रही थी. उसने पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रखने का भरोसा जताया है. गौरतलब है कि दक्षिण में कर्नाटक ही एकमात्र ऐसा राज्य है जहां भाजपा सत्ता में है.
वरुणा, कनकपुरा, शिगगांव, हुबली-दरवाड़, चन्नापटना, शिकारीपुरा, चित्तापुर, रामनगर और चिकमगलूर कुछ प्रमुख निर्वाचन क्षेत्र हैं जो चुनावों में एक प्रमुख छाप छोड़ेंगे. भाजपा और कांग्रेस दोनों ने प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में अपने शीर्ष नेताओं को मैदान में उतारा है. भाजपा ने भी अपनी 224 उम्मीदवारों की सूची में 50 नए चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा है. कई वरिष्ठ नेताओं ने टिकट नहीं मिलने के कारण अंततः भाजपा छोड़ दी और कांग्रेस या जद (एस) में शामिल हो गए.
- जगदीश शेट्टार, कांग्रेस :इन बागी नेताओं में से एक पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार हैं. शेट्टार हुबली-दरवाड़ पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का टिकट चाहते थे. भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया. जिसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए. शेट्टार हुबली-दरवाड़ पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से ही कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में जनता के सामने हैं. इस सीट पर शेट्टार कई बार चुनाव जीत चुके हैं.
- बसवराज बोम्मई, भाजपा :कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई एक अन्य प्रमुख उम्मीदवार हैं, जो शिगगांव निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उन्होंने लगातार तीन बार जीत हासिल की है.
- सिद्धारमैया, कांग्रेस :वरुणा एक और हॉट सीट है. कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया वरुणा से चुनाव लड़ रहे हैं. वरुणा सीट पर 2008 से सिद्धारमैया परिवार का कब्जा रहा है.
- बीवाई विजयेंद्र, भाजपा :भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा ने अपने बेटे बीवाई विजयेंद्र को वरुणा सीट से मैदान में उतारने से इनकार कर दिया था. हालांकि पार्टी कार्यकर्ता चाहते थे कि विजयेंद्र को सिद्धारमैया के खिलाफ मैदान में उतारा जाए. बीवाई विजयेंद्र शिकारीपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं, जो उनके पिता बीएस येदियुरप्पा का गढ़ है.
- डीके शिवकुमार, कांग्रेस :कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष डीके शिवकुमार कनकपुरा से चुनाव लड़ेंगे. वह कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भी हैं. वह भाजपा के वोक्कालिगा कद्दावर नेता और राज्य के राजस्व मंत्री आर अशोक के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
- एचडी कुमारस्वामी, जेडीएस : जद (एस) नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, भाजपा के योगेश्वर और कांग्रेस पार्टी के गंगाधर के साथ मुकाबले में हैं. वह चन्नापटना सीट से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. कुमारस्वामी और योगेश्वर दोनों ही प्रभावशाली वोक्कालिगा समुदाय से हैं.
- प्रियांक खड़गे, कांग्रेस : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे चित्तपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. वह सिद्धारमैया सरकार में पूर्व मंत्री भी थे.
- निखिल कुमारस्वामी, जेडीएस :कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते निखिल कुमारस्वामी 2019 के चुनावों में हार के बाद रामनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता एचए इकबाल हुसैन और भाजपा के गौतम गौड़ा से है.
- सीटी रवि, भाजपा :अंत में, चिकमंगलूर भी उन प्रमुख सीटों में से एक है, जहां भाजपा ने पूरे दमखम के साथ प्रचार किया है. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि को मैदान में हैं. रवि 2004 से चिकमंगलूर की सीट जीत रहे हैं. वह लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखती हैं. जिससे उन्हें निर्वाचन क्षेत्र में मजबूत पकड़ मिली है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित शीर्ष नेतृत्व के पार्टी के लिए प्रचार करने के साथ, भाजपा ने अपने समर्थन आधार को मजबूत करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. कांग्रेस ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित शीर्ष नेताओं को अपने प्रचार अभियान का हिस्सा बनाया. उन्होंने जनता से कई वादे भी किये हैं. कर्नाटक विधानसभा 2023 के लिए आज हो रहे मतदान की गिनती 13 मई को होगी.