बेंगलुरु/कोप्पल: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि 'मैंने राम जन्मभूमि विवाद के पुराने मामलों को निपटाने का निर्देश दिया है. इसमें कोई नफरत की राजनीति नहीं है. गलत काम करने वालों के साथ क्या करें? क्या उन्हें आज़ाद छोड़ दिया जाना चाहिए?'.
कोप्पल के बसापुरा हवाई अड्डे पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 30 वर्षों के लंबित मामलों को निपटाने का निर्देश दिया गया है. हाईकोर्ट के निर्देशानुसार कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि इसके चलते पुलिस ने कई मामलों में संलिप्त लोगों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की है.
राज्य के गृह मंत्री ये बोले :वहीं, इस मामले पर गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने स्पष्ट किया कि ऐसे समय में जब अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन होना है, कारसेवक की गिरफ्तारी महज एक संयोग था.
अपने सदाशिवनगर स्थित आवास पर बोलते हुए उन्होंने हुबली में हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'येदियुरप्पा ने भी सरकार चलाई है. विशेष रूप से, यह एकमात्र मामला नहीं है. देश के कानून के लिए सभी मामलों की समीक्षा करते समय भी यही बात सामने आई है.' उन्होंने कहा कि 'सभी गिरफ्तार लोग हिंदू नहीं हैं? आप भेदभाव क्यों कर रहे हैं? कानून के मुताबिक जो होगा वो होगा. ऐसा सिर्फ हुबली में नहीं है. हम सभी जगह पुराने मामलों की समीक्षा कर रहे हैं. न्याय होना चाहिए.'
भाजपा कल करेगी राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन :वहीं, इस मामले को लेकर भाजपा निशाना साध रही है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक बी वाई विजयेंद्र ने कहा है कि कारसेवकों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कल बेंगलुरु समेत कांग्रेस सरकार के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
मल्लेश्वर में भाजपा के राज्य कार्यालय जगन्नाथ भवन में बोलते हुए उन्होंने कहा, 'यह सरकार देश और प्रदेश की जनता को बार-बार याद दिला रही है कि वह हिंदू विरोधी है. भाजपा हुबली में 31 साल पुराने मामले को दोबारा खोलने और हिंदू कार्यकर्ता श्रीकांत पुजारी की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करती है.'