नई दिल्ली:कांग्रेस के पूर्व नेता और निर्दलीय सांसद कपिल सिब्बल ने दावा किया है कि वो आगामी 11 मार्च को जंतर-मंतर पर एक मुहिम की शुरुआत के तहत न्यू विजन ऑफ इंडिया पेश करेंगे. कपिल सिब्बल ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि ये कोई राजनीतिक मुहिम नहीं हैं. हम चाहते हैं कि सब मिलकर इस बदलाव के लिए काम करें. उन्होंने कहा कि किसी भी शासन में सब चीजें बुरी नहीं होती पर अब उसकी हद हो चुकी है. इसलिए 11 मार्च को जंतर-मंतर पर हम इस मुहिम की शुरुआत करेंगे.
इसके लिए उन्होंने कहा की वो विपक्षी दलों के नेताओं और मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित करेंगे. उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में वो महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ जा कर विपक्षी दलों के नेताओं को एकजुट करेंगे. हालांकि, सिब्बल ने ये भी कहा, मैं मोदी जी की आलोचना करने नहीं बैठा, मैं उनको सुधार दूंगा. ये कोई राजनिक मुहिम नहीं हैं. हम चाहते हैं कि सब मिलकर इस बदलाव के लिए काम करें.
उन्होंने कहा कि जब जब बदलाव आया है कभी भी वकीलों द्वारा आया है. मैं पूछना चाहता हूं कि हिंदुस्तान के वकील चुप क्यों हैं. मुझे लगता है कि हिन्दुस्तान के वकीलों को एकजुट होकर एक नई आवाज उठानी चाहिए. एक अभियान चलाना चाहता हूं. हिन्दुस्तान हर जगह बेइंसाफी का दौर चल रहा है, बिजनेस, पत्रकार, जनता, विपक्ष सब पर.
उन्होंने कहा, इंसाफ की सिपाही नाम से हमने एक वेबसाइट शुरू की है. इसमें वकील लोग सबसे आगे होंगे. लड़ाई लड़ने में हिन्दुस्तान की हर गली में हर कस्बे में इंसाफ के सिपाही खड़े रहें, जो जनता की हर मुद्दे पर मदद करें. देश का संविधान ये कहता है कि इंसाफ मिलना चाहिए न्याय (सामाजिक, आर्थिक और राजानिक) होना चाहिए. एक चुनी हुई सरकार को गिरा दिया गया, विश्व में कौन सा ऐसा लोकतांत्रिक देश है, जहां पर ऐसा होता है और इस पर कोर्ट, जनता और वकील चुप बैठे हैं.