कानपुर देहात पुलिस ने व्यापारी से लूटी थी 50 किलो चांदी. देखें खबर कानपुर देहात : उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर देहात की पुलिस इन दिनों अपराधियों जैसा कृत्य कर रही है. आगरा के कारोबारी से 50 किलो चांदी लूट की घटना को कानपुर देहात के भोगनीपुर कोतवाली के इंस्पेक्टर, दारोगा और सिपाही ने मिलकर अंजाम दिया था. बीती रात इंस्पेक्टर के आवास से लूटी गई चांदी बरामद होने से महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. फिलहाल दो आरोपियों को औरैया पुलिस लेकर गई है. अन्य आरोपी फरार बताए जा रहे हैं.
बरामद चांदी ले जाती कानपुर देहात पुलिस. जनपद कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक बी.बी.जी.टी.एस. मूर्ति ने बताया कि इंस्पेक्टर और दारोगा कोतवाली में ही थे. उन्हें तत्काल प्रभाव से अरेस्ट कर लिया गया है. हेड कॉन्स्टेबल रमाशंकर अपने आवास पर था. उसे छापेमारी की बात पता चली तो वह मौके से भाग गया है. फिलहाल दोनों गिरफ्तार आरोपियों को औरैया पुलिस को सौंप दिया गया है. फऱार आरोपियों की गिरफ्तार करने की कवायद चल रही है. घटना बेहद गंभीर है. सभी के खिलाफ कड़ी विभागीय करवाई की जाएगी.
पुलिस टीम के साथ पुलिस अधीक्षक बी.बी.जी.टी.एस. मूर्ति. बता दें, आगरा के व्यापारी मनीष सोनी से बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर 50 किलो चांदी लूटी गई थी. मनीष ने पुलिस से गुहार लगाई तो जांच में कानपुर देहात के पुलिसकर्मी ही लुटेरे निकले. घटना के अनुसार वारदात में तीन पुलिसकर्मी शामिल थे. जांच में कानपुर देहात के भोगनीपुर कोतवाली के इंस्पेक्टर, दारोगा और सिपाही की भूमिका सामने आई है. मामला उजागर होने के बाद जनपद कानपुर देहात व औरैया जनपद की पुलिस ने बीती रात इंस्पेक्टर के आवास पर छापेमारी कर लूटी गई चांदी बरामद कर ली है.
बरामद चांदी की जांच करतीं एसपी औरैया चारू निगम. एसपी औरैया चारू निगम के अनुसार छह जून को आगरा के सर्राफा कारोबारी मनीष सोनी 50 किलो चांदी लेकर फतेहपुर से आगरा जा रहे थे. दो नंबर की चांदी होने की जानकारी मिलने पर भोगनीपुर इंस्पेक्टर अजय पाल शर्मा, दारोगा चिंतन कौशिक और हेड कॉन्स्टेबल रमाशंकर ने औरैया सीमा पर व्यापारी को कार समेत रोक लिया. इसके बाद तलाशी के दौरान चांदी बरामद की और जांच-पड़ताल के दौरान मनीष कागजात नहीं दिखा सका तो इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ सरकारी गाड़ी में चांदी लेकर भाग निकले. इसके बाद मनीष ने स्थानीय कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी. जांच पड़ताल शुरू हुई तो पता चला कि चांदी ले जाने वाले बदमाश नहीं थे, बल्कि कानपुर देहात के पुलिसवाले थे. इसके बाद एडीजी कानपुर आलोक सिंह को मामले की जानकारी दी गई. एडीजी ने कानपुर देहात एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति से संपर्क किया.
घटनाक्रम के अनुसार बांदा के रहने वाले मनीष सोनी उर्फ सागर पेशे से सर्राफ हैं. मनीष की तहरीर के अनुसार 6 जून को वह क्रेटा कार से बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से औरेया जा रहे थे. कार में मामा का लड़का रवि, भाभी सोनाली, उनकी बेटी आशी बैठे थे. कार ड्राइवर जगनन्दन चला रहा था. करीब 2.20 बजे सड़क पर स्कॉर्पियों कार खड़ी थी. पास में चार लोग थे, कुछ पुलिस की वर्दी में थे. उन्होंने हाथ दिखाकर कार रोकी. बिना वर्दी वाले दो जो दारोगा थे, उनकी कमर में पिस्टल लगी थी. उन्होंने ड्राइवर से आईडी मांगी. ड्राइवर ने आईडी नहीं दी तो उससे कहा कि तुम नीचे उतरकर खड़े हो जाओ. इसके बाद हम लोग भी कार के बाहर आकर खड़े हो गए. इसके बाद सभी लोग गाड़ी की तलाशी लेने लगे. उन्होंने गाड़ी में रखे दो बैग अपने कब्जे में लिए. इनमें 30 टुकड़े चांदी के रखे थे. जो उन्होंने अपनी स्कॉर्पियो में रख लिए और ड्राइवर को अपनी गाड़ी में बैठाकर चले गए. हमसे उन्होंने ज्यादा कुछ पूछताछ नहीं की. हमारे मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए थे. इसके बाद हम लोग कार लेकर औरैया अपने मामा के घर चले गए. करीब दो घंटे बाद ड्राइवर जगनंदन भी आ गया था. ड्राइवर ने बताया कि भाऊपुर पुल के नीचे उसे उतार कर उसे चले गए.
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