चेन्नई : तमिलनाडु की कॉटन इंडस्ट्री कपास और धागे की बढ़ी कीमतों के कारण मुश्किलों से जूझ रही है. अब इस मुद्दे पर राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है. पिछले दिनों तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कपास पर लगे आयात शुल्क हटाने की मांग की थी. अब इस सिलसिले में डीएमके की सांसद कनिमोझी तमिलनाडु के पश्चिमी क्षेत्र के अन्य सांसदों के साथ केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात करने वाली हैं. कनिमोझी के नेतृत्व में सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल से भी मुलाकात करेगा.
पिछले साल तमिलनाडु में हुई बेमौसम की बरसात और जल-जमाव से कपास किसानों को भारी नुकसान हुआ था. राज्य के तिरुचि जिले में कपास की लगभग 60 प्रतिशत फसल नष्ट हो गई थी. इसका असर यह है कि अब कपास की कीमत लगातार बढ़ती ही जा रही है. कपास की कीमतें 45,000 प्रति कैंडी से बढ़कर 1 लाख रुपये प्रति कैंडी को पार कर गई हैं. कच्चा माल महंगा के कारण तमिलनाडु की कई कपड़ा फैक्ट्रियों में ताला लग गया है